कन्नौज. दीपावली से पहले कुछ असामाजिक तत्वों ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की है. असामाजिक तत्वों ने कई जगहों पर होर्डिंग्स लगाई और उसमें लिखा कि अपना त्योहार, अपनों से व्यवहार. दीपावली की खरीद उन्हीं से करो, जो आपकी खरीदी से दीपवाली मना सकें. जातिवाद की करो विदाई, हिंदू-हिंदू भाई-भाई. होर्डिंग्स लगने की जानकारी मिलते ही पुलिस एक्टिव हुई और होर्डिंग्स को निकलवाते हुए होर्डिंग्स लगवाने वाले संपर्क कर हिदायत दी कि दोबारा ऐसी हरकत करने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी. इस मामले में अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है.

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अखिलेश यादव ने एक्स पर होर्डिंग की फोटो शेयर करते हुए लिखा, प्रिय देश-प्रदेशवासियों… त्योहार परस्परता के प्रतीक होते हैं. किसी की माटी, किसी का दीया, किसी का सूत, किसी की बाती, किसी का तेल, किसी की खील, किसी का कपड़ा, किसी की सिलाई, किसी का खोआ, किसी की मिठाई, किसी का खिलौना, किसी का बताशा, किसी की फुलझड़ी, किसी का पटाखा… सौहार्द बचा रहेगा तो त्योहार बचा रहेगा.

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आगे कहा, कुछ लोग अपनी संकीर्ण राजनीति के लिए अपनी नकारात्मक सोच का प्रदर्शन करते रहते हैं. ऐसे लोग दिखावे के लिए ऊपरी तौर पर तो त्योहार मना सकते हैं, लेकिन अच्छे और सच्चे मन के अभाव में कभी भी अंदर से ख़ुश नहीं हो सकते हैं. त्योहारों के ख़ुशनुमा माहौल में हम इनके लिए ये सकारात्मक प्रार्थना करते हैं कि ऐसे लोग अपने मन की कलुषता और ज़हर से बचे रहें और कभी अकेले में बैठकर सोचें कि पहले कभी उनके विचार और व्यवहार में ऐसी खटास या कड़वाहट थी क्या? अगर नहीं तो ये सोचें कि अब ऐसा क्यों हो रहा है, कहीं कोई उनके भोलेपन का फ़ायदा उठाकर उनका इस्तेमाल अपने राजनीतिक लाभ के लिए तो नहीं कर रहा है. कोई उनकी सोच को हिंसक बनाकर कहीं उनके मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ तो नहीं कर रहा है.

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आगे अखिलेश यादव ने कहा, नकारात्मक व्यक्ति, धीरे-धीरे हिंसक होने लगता है जिसका बहुत बुरा असर उसके अपने मन-मानस और स्वास्थ्य पर पड़ता है. वो बहुत जल्दी क्रोधित होने लगता है, जिसका प्रभाव उसके अपने पारिवारिक और समाजिक संबंधों तक पर बेहद ख़राब तरीके से पड़ता है, इसीलिए सबसे आग्रह है कि अच्छा सोचें और सकारात्मक रहें, ख़ुद भी ख़ुश रहें और बाकी सबको भी ख़ुश रहने दें. मन हित में जारी, ख़ुशियों भरी हो सबकी दीवाली!