कानपुर. यूपी पुलिस अपने नए-नए कारनामों के लेकर चर्चा में रहती है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है. थाने के अंदर से 11 केसों की केस डायरी गायब हो गई है. वहीं डायरी न मिलने पर 7 दरोगा समेत 9 पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. पूरे मामले को लेकर सवाल उठाया जा रहा है कि कहीं सेटिंग करके पुलिस वालों ने इस कांड को अंजाम तो नहीं दिया है ना. सवाल तो ये भी किए जा रहे हैं कि क्या कानून के रखवाले भांग के नशे में थे, जो थाने के अंदर केस डायरी गायब हो गई?
बता दें कि पूरा मामला कल्याणपुर थाने का है. जहां से 11 केसों की केस डायरी गायब हो गई है. जिसमें हत्या का प्रयास, डकैती, अपहरण जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं. जिनकी केस डायरी कानून के रखवालों से नहीं संभली. आलम ये है कि अब केस की जांच करने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
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वहीं मामला को लेकर कहा जा रहा है कि केस डायरी को लेकर अदालत जाते वक्त किसी ने रास्ते से उसे गायब कर दिया है. जिन मामलों की केस डायरी गायब हुई है, उनमें 2008 से लेकर 2021 तक के मामले शामिल थे. पूरा घटना के बाद पुलिस महकमे के ऊपर सवाल खड़ा हो रहा है कि आखिर इतनी बड़ी लापरवाही कब और कैसे हो गई. मामले में कल्याणपुर थाने के हेड दीवान ने दारोगा देवेंद्र कुमार रामचंद्र दोहरे, चंद्रभान सिंह, नरेंद्र बहादुर सिंह, प्रेम बाबू गोयल, दिनेश कुमार सिंह, इम्तियाज अहमद, सिपाही बृजेश कुमार मिश्रा और पुष्पेंद्र सिंह पर मामला दर्ज किया है.
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