लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आईआईटी कानपुर में उद्योग-अकादमिक जुड़ाव कार्यक्रम ‘समन्वय‘ में बतौर मुख्य अतिथि सम्मिलित हुए. जहां सीएम योगी ने संबोधित करचे हुए कहा, टेक्नोलॉजी मनुष्य के लिए वरदान है. टेक्नोलॉजी का उपयोग मानवता और देश हित में होना चाहिए. आईआईटी कानपुर का गौरवशाली इतिहास रहा है. लगभग 6 दशकों में आईआईटी कानपुर ने देश में टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया है.

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आगे सीएम योगी ने कहा, इस कार्यक्रम में आर्टिफिशियल इन्टेलीजेन्स, साइबर सुरक्षा तथा सस्टेनिबिलिटी आदि महत्वपूर्ण विषयों से सम्बन्धित अलग-अलग टेक्निकल सेशन आयोजित किए जाएंगे. सामान्य नागरिक, समाज, देश और दुनिया इन विषयों को लेकर संवेदनशील है. इण्डस्ट्री से जुड़े डेलीगेट्स और लीडर्स से सीएम योगी ने कहा, उन्हें अपने मुनाफे का बड़ा हिस्सा इनोवेशन, रिसर्च एण्ड डेवलपमेण्ट में उपयोग करना चाहिए. आईआईटी कानपुर भारत का पहला डीप टेक भारत-2025 विकसित करने की दिशा में आगे बढ़ने का प्रयास करे. यहां डीप टेक भारत से सम्बन्धित अच्छी समिट होनी चाहिए. इस उद्देश्य से जनपद गौतम बुद्ध नगर में लैंड अलॉट की गई है. आईआईटी कानपुर को इस क्षेत्र में लीड करना चाहिए. इस कार्य में डीआरडीओ, इसरो और अन्य संस्थाओं का सहयोग प्राप्त किया जा सकता है.

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मुख्यमंत्री योगी ने ये भी कहा कि उन्हें विगत दिनों नोएडा का ड्रोन टेक्नोलॉजी केन्द्र देखने का अवसर प्राप्त हुआ. वहां हमने देखा कि हमारा युवा किस प्रकार नये भारत की सामरिक चुनौतियों का मुकाबला कर रहा है. आईआईटी कानपुर इन चुनौतियों का सामना करने में युवाओं को सक्षम बना रहा है. कानपुर में मेड टेक का सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बन रहा है. अगले वर्ष यह सेण्टर प्रदेश वासियों को उपलब्ध हो जाएगा. आज प्रतिस्पर्धा के समय में हमेशा अग्रिम पंक्ति में रहने का प्रयास होना चाहिए, क्योंकि लोग अग्रिम पंक्ति में रहने वालों को ही याद रखते हैं.