कानपुर. रेलबाजार थाना क्षेत्र से एक हैरान कर देने वाला सामने आया है. कानपुर मेंजहां एक SHO ने 30 लाख रुपये की चोरी से बरामद जेवरात हड़प लिया है. मामले का खुलासा तब हुआ जब चोर पकड़ में आया. उसने एसएचओ की पोल पट्टी खोल डाली. शर्म की बात तो ये है कि SHO ने आरोपी पर कार्रवाई करने या उसे जेल भेजने के बजाय उसे छोड़ दिया. मामला सामने आने के बाद कानपुर के रेलबाजार थाने से SHO विजय दर्शन शर्मा को फोर्स लीव पर भेज दिया गया है. आरोप है कि SHO ने बर्रा थाना क्षेत्र में चोरी हुए जेवरात बरामद किए और हड़प लिए. भंडा तब फूटा, जब बर्रा पुलिस ने चोर को पकड़ा. जिसके बाद चोर ने सब सच उगल दिया.

दरअसल, कानपुर के एमआईजी-32 बर्रा-6 में रहने वाली टीचर शालिनी दुबे के घर पर 30 सितंबर को करीब 30 लाख रुपये की चोरी हुई थी. जिसमें 25 लाख का सोना और 5 लाख रुपये नगद शामिल है. शालिनी घटना वाले दिन ड्यूटी पर स्कूल गई थीं. इस दौरान चोरों ने दिनदहाड़े उनके घर पर धावा बोल दिया. देर शाम वह घर पहुंची तो उन्हें चोरी का पता चला. महिला ने बर्रा थाना में घटना की शिकायात कराई. जिसके बाद पुलिस ने एक चोर को धर दबोचा. जिसकी निशानदेही पर एक और आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया.

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पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि रेलबाजार एसओ विजय दर्शन ने उन्हें गिरफ्तार किया था. विजय के साथ हेड कॉन्स्टेबल आमिल हाफिज भी शामिल था. आरोपियों ने बताय कि साहब ने हम लोगों से चोरी का पूरा माल ले लिया. इसमें सोने-चांदी के जेवरात थे. फिर विजय दर्शन ने चोरी के सामान को गलवाकर उसे बेचदिया. इसके बाद आरोपियों को छोड़ते हुए कहा कि किसी से कुछ नहीं कहोगे.

बरामदगी दिखाने की बजाय बेच दिया सोना

जांच के दौरान पाया गया कि घर के अंदर 3 चोर घुसे थे. जिनमें से दो चोरों को पकड़ लिया गया था. उन्होंने पूरे जेवरात रेल बाजार में एक सर्राफ कि शॉप से बरामद करा दिया था. हैरानी की बात ये है कि रेल बाजार पुलिस ने जेवरों की बरामदगी नहीं दिखाई और खुद ही जेवरों का उपयोग कर लिया. मामले में एडीशनल सीपी कानून व्यवस्था हरीश चंदर का कहना है कि बर्रा पुलिस की जांच पड़ताल के बाद पता चला है कि रेलबाजार पुलिस ने सोना गलवा कर इसे बेच दिया है. फिलहाल एसओ विजय दर्शन शर्मा, उपनिरीक्षक प्रशिक्षण नवीन श्रीवास्तव, हेड कॉन्स्टेबल सुभाष तिवारी और हेड कॉन्स्टेबल आमिल हाफिज को सस्पेंड कर दिया गया है.