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कैथलिक चर्च (Catholic Church) प्रमुख पोप फ्रांसिस की हालत गंभीर बनी हुई है. 19 फरवरी को उनके दोनों फेफड़ो में निमोनिया (Pneumonia) होने की बात सामने आई थी. वेटकिन (Vatican) के मुताबिक 88 साल के पोप फ्रांसिस कुछ समय से सांस की बीमारी से जूझ रहे हैं. कैथलिक चर्च प्रमुख को शुक्रवार को रोम (Rome) के जेमेली अस्पताल (Hospital) में भर्ती कराया गया था. अब इसे लेकर कुंडा से विधायक रघुनाथ प्रताप सिंह (राजा भइया) ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है.
उन्होंने X पर लिखा है कि ‘आदिवासियों और अशिक्षितों को ‘हालेलुइया’ का झांसा देकर करिश्मा दिखाने वाले भारत के ईसाई धर्मगुरुओं को चाहिए कि एक साथ जाकर वाटिकन सिटि में जीवन-मरण के बीच जूझ रहे पोप के सिर पर हाथ फेर कर उन्हें ठीक कर दें. वैसे भी पोप लंबे समय से wheel chair पर हैं और अब अस्पताल में काफी गंभीर अवस्था में भर्ती हैं, उन्हें तत्काल ही ‘हालेलुइया’ रूपी चमत्कार की आवश्यकता है.’
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21 साल की उम्र में निकाला गया था फेफड़े का एक हिस्सा
बता दें कि पोप विशेष रूप से फेफड़ों के संक्रमण के प्रति संवेदनशील हैं, क्योंकि उन्हें युवावस्था में निमोनिया हुआ था और 21 साल की उम्र में उनके एक फेफड़े का हिस्सा निकाल दिया गया था. वेटिकन ने बीते सोमवार को घोषणा की थी कि डॉक्टरों ने उनके अस्पताल में रहने के दौरान दूसरी बार उनकी दवा को समायोजित किया था, जिसका इलाज शुरू में “श्वसन तंत्र के पॉलीमाइक्रोबियल संक्रमण” माना जा रहा था.
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