गोविंद पटेल, कुशीनगर. कसया क्षेत्र के महुआडिह गांव स्थित खजूरिया नहर से बड़े पैमाने पर अवैध मिट्टी कटान का मामला उजागर हुआ है. किसानों के अनुसार, जेसीबी से नहर किनारे करीब पांच किलोमीटर तक मिट्टी काटकर ले जाई गई है, जिससे नहर का बैंक गंभीर रूप से कमजोर हो गया है.
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बता दें कि नहर की मिट्टी निर्माणाधीन कृषि विश्वविद्यालय में पहुंचाई जा रही है. लगातार कटान के कारण आसपास के खेतों का स्तर नहर से ऊंचा हो गया है, जिससे पानी खेतों तक पहुंच ही नहीं पा रहा. आगामी रबी सीजन की सिंचाई व्यवस्था पर खतरा मंडराने लगा है. किसानों ने आरोप लगाया कि नहर की मूल संरचना क्षतिग्रस्त होने के बावजूद विभागीय अधिकारी मौन हैं.
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ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि मिट्टी कटान तुरंत नहीं रोका गया तो नहर के बंधे टूटने तक की नौबत आ सकती है, जिससे बड़े पैमाने पर कृषि नुकसान संभव है. किसानों ने मामले की उच्चस्तरीय जांच और जिम्मेदारों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन के हस्तक्षेप के बिना कटान रोकना मुश्किल है और स्थिति किसी बड़े हादसे का रूप ले सकती है.
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