लखीमपुर खीरी. उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में 3 अक्टूबर को हिंसा में मारे गए 4 किसानों की याद में आयोजित ‘शहीद किसान दिवस’ पर मंगलवार को लगभग दो लाख किसानों के यहां पहुंचने की उम्मीद है. किसानों ने हिंसा में जान गवाने वाले स्थानीय पत्रकार रमन कश्यप को भी शहीद का दर्जा दिया है. मंगलवार को इन पांचों का ‘अंतिम अरदास’ किया जाएगा. शहीद किसानों की ‘अंतिम अरदास’ तिकुनिया में साहेबजादा इंटर कॉलेज में आयोजित होगी.
संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने देशभर के किसान संगठनों और प्रगतिशील समूहों से पूरे देश में प्रार्थना और श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन करने और मोमबत्ती की रोशनी में इस अवसर को चिह्न्ति करने की अपील की है. बीकेयू-टिकैत के जिलाध्यक्ष अमनदीप सिंह संधू ने कहा कि किसी भी राजनीतिक नेता को मंच साझा नहीं करने दिया जाएगा.
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हालांकि, कई राजनीतिक नेता लखीमपुर में ‘अंतिम अरदास’ में शामिल होंगे. इस कार्यक्रम में शामिल होने वालों में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और रालोद अध्यक्ष जयंत चौधरी भी हैं. संधू ने कहा, “यूपी के अन्य राज्यों और जिलों के विभिन्न कृषि संघों के किसान और नेता ‘अरदास’ और ‘भोग’ कार्यक्रम में भाग लेंगे.”
एसकेएम ने लोगों से मंगलवार शाम 8 बजे अपने घरों के बाहर 5 मोमबत्तियां जलाने का भी अनुरोध किया है. एक बयान में, एसकेएम ने केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं करने पर भी निराशा व्यक्त की. संगठन ने एक बयान में कहा , “यह शर्मनाक है कि अजय मिश्रा टेनी को अभी तक बर्खास्त नहीं किया गया है. उनके वाहन काफिले में थे, जिन्होंने निर्दोष लोगों की जान ली.” इसमें कहा गया है कि किसान 15 अक्टूबर को भाजपा नेताओं के पुतले जलाकर दशहरा मनाएंगे.