लखनऊ। लखनऊ विश्वविद्यालय सहयुक्त महाविद्यालय शिक्षक संघ (लुआक्टा) ने लखनऊ विश्वविद्यालय की तरह सभी महाविद्यालय में कोरोनाकाल में आनलाइन पढ़ाई की मांग की है. संघ ने इस मांग को लेकर विश्वविद्यालय के कुलसचिव को पत्र लिखा है.

बता दें कि कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण की वजह से लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर की सभी कक्षाएं 10 अप्रैल तक आनलाइन होंगी. शासन की ओर से आदेश मिलने के बाद गुरुवार शाम को कुलसचिव डा. विनोद कुमार सिंह ने जिलाधिकारी को पत्र भेजकर अनुमति मांगी थी. देर रात जिलाधिकारी डा. अभिषेक प्रकाश ने अनुमति दे दी.

लखनऊ विश्वविद्यालय सहयुक्त महाविद्यालय शिक्षक संघ के अध्यक्ष मनोज पांडेय और महामंत्री अंजू केडिया ने कहा कि आनलाइन कक्षाओं के लिए अनुमति में सिर्फ विश्वविद्यालय परिसर लिखा गया है. विश्वविद्यालय परिसर की तरह सभी महाविद्यालय में आनलाइन कक्षाएं होनी चाहिए. उन्होंने पत्र में लिखा है कि पूरे प्रदेश में कोरोना दो गुने दर से और लखनऊ में ढाई गुने दर से बढ़ रहा है.

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विश्वविद्यालय के साथ-साथ कई महाविद्यालयो में शिक्षकों, कर्मचारियों सहित छात्रों के कोरोना संक्रमित होने की सूचनाएं प्राप्त हो रही हैं.
कोरोना की भयावहता के दृष्टिगत परीक्षा समिति ने 6 अप्रैल से प्रस्तावित परीक्षाओं के संचालन को स्थगित करने का निर्णय लिया है. यह खेद का विषय है कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन के लिए मात्र परिसर शब्द का उल्लेख किया गया है, जबकि विश्वविद्यालय समस्त महाविद्यालयों का संरक्षक होता है. साथ ही यह भी अवगत कराना है कि अध्ययनरत समस्त छात्रों की संख्या का 80 प्रतिशत महाविद्यालयों  में संक्रमण का खतरा अधिक है. उचित होगा कि विश्वविद्यालय की तरह महाविद्यालयों मे भी ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जाए.

पत्र के माध्यम से संघ ने मांग कि है कि लखनऊ विश्वविद्यालय से सयुक्त लखनऊ जिले के सभी महाविद्यालयों में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए ऑनलाइन कक्षाओं के संचालन का आदेश प्रदान की जाए.