लखनऊ. जीरो टॉलरेंस… जीरो टॉलरेंस… जीरो टॉलरेंस ये बात प्रदेश के मुखिया सैकड़ों बार कह चुके हैं. बकायदा सिस्टम को जीरो टॉलरेंस को अमलीजामा पहनाने की हिदायत भी देते हैं. लेकिन ये बात उनकी पुलिस ही मानने को तैयार नहीं है. मानों पुलिस को टॉलरेंस पसंद है! अगर ऐसा न होता न तो एक सिपाही 16 साल की लड़की के साथ छेड़छाड़ नहीं करता. छेड़छाड़ का विरोध करने पर पुलिस वाला गुंडा बन गया. सिपाही ने किशोरी को 2 मंजिला इमारत से नीचे फेंक दिया. जिससे उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई है. पीड़िता के परिजनों की शिकायत पर पुलिस ने आऱोपी सिपाही को गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि, ये पहली घटना नहीं है, इससे पहले भी यूपी पुलिस के कई कांड सुर्खियों में रहे हैं. आखिर बेलगाम

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बता दें कि घटना बीबीडी थाना क्षेत्र का है. घटना को लेकर पीड़िता की मां का कहना है कि, गोंडा जिले का रहने वाला मुकेश यादव विभूतिखंड थाने में सिपाही है. सिपाही की पत्नी कुमकुम भी विभूतिखंड थाने में सिपाही है. दोनों अपने साले के साथ एक किराए के मकान में रहते हैं. जहां पीड़िता का परिवार भी रहता है. सिपाही आए दिन किशोरी के साथ छेड़छाड़ करता था. जिसका विरोध करने पर भी वह अपनी हरकतों से बाज नहीं आय़ा.

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घटना वाले दिन भी उसने किशोरी के साथ छेड़छाड़ की. जिसका किशोरी और उसके माता-पिता ने विरोध किया तो सिपाही, उसकी पत्नी और साले ने मिलकर पिटाई कर दी. इसी दौरान आरोपियों ने किशोरी को 2 मंजिला इमारत से नीचे फेंक दिया. जिसके बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. पीड़िता का आरोप है कि सिपाही कई महीनों से उसके साथ गलत हरकतें करता था. पैसे का लालच भी देता था और धमकाता भी था, जिसकी शिकायत उसकी पत्नी से की थी. साथ ही छेड़छाड़ की जानकारी अपने परिजनों को भी दी थी. जब घरवालों ने सिपाही को समझाने की कोशिश की तो उसने जान से मारने की धमकी दी.