विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से लागू की गई एफडीआई, फार्च्यून ग्लोबल 500 और फार्च्यून इंडिया 500 कंपनी के लिए निवेश प्रोत्साहन नीति का असर महज 1 साल में ही दिखने लगा है. 3 बड़ी कंपनियां प्रदेश में लगभग ढाई हजार करोड़ का निवेश करने जा रही हैं. नोएडा में इड़ा के तहत भूमि आवंटन के जरिए इन निवेशकों को सहूलियत दी जा रही है.
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दी जा रही फ्रंट एंड लैंड सब्सिडी
बड़े निवेशकों को आकर्षित करने के लिए फ्रंट एंड लैंड सब्सिडी भी सरकार की तरफ से दी जा रही है. इसके साथ टैक्स में सहूलियत और लॉजिस्टिक सुविधाओ में सुधार केलिए कदम उठाए जा रहे हैं. एफडीआई नीति 2023 के तहत पश्चिमांचल क्षेत्रों में ज़मीन लागत पर 75 प्रतिशत तक सब्सिडी दी जा रही है. जिसका प्रभाव कुछ बड़े प्रोजेक्ट्स पर साफतौर पर दिखाई दे रहा है, जिससे पाइन वैली वेंचर प्राइवेट लिमिटेड हैवेल्स इंडिया लिमिटेड और मिण्डा कॉर्पोरेशन लिमिटेड बड़े प्लांट लगाने के लिए तैयार हैं.
वहीं पाइन वैली वेंचर लगभग 1100 करोड़ का निवेश गौतमबुद्ध नगर में 25 एकड़ जमीन पर करेगा. जहां पर रेडीमेड कपड़े और असेसरीज का निर्माण किया जाएगा. हैवेल्स इंडिया लिमिटेड के निवेश लगभग 900 करोड़ रुपयों का है. इस प्लांट में हैवेल्स रेफ्रिजरेटर और इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स को तैयार करेगा. इन दोनों प्लांट के लगने से युवाओं को नौकरियों के साथ उनका प्रदेश से पलायन भी रुकेगा. ऐसे ही मिण्डा प्राइवेट लिमिटेड ऑटोमोबाइल क्षेत्र की अग्रणी कंपनी है, जिसके यूपी में निवेश की लागत लगभग 550 करोड़ है. लिहाजा इन उद्योगों के लगने से निश्चित ही प्रदेश का उत्थान होना तय है.
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