लखनऊ. अब्बास अंसारी की विधायकी जाने को लेकर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव का बयान सामने आय़ा है. अखिलेश यादव ने कहा, उनके साथ सरकार ने जानबूझकर किया है. प्रदेश में फैसले भी जाति के आधार पर हो रहे हैं. कुछ लोगों को पोस्ट करके फैसला कराया जा रहा है. अगर इस तरह के स्टेटमेंट पर सदस्यता ली जा सकती है, तो सरकार में बैठे लोग क्या बोल रहे हैं? क्या मेरा DNA याद दिलाएंगे ये लोग? समाजवादियों का DNA पूछेंगे? जिन लोगों ने DNA की बात की है, उनकी सदस्यता क्यों नहीं ले रहे जज लोग?

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बता दें कि 2022 यूपी विधानसभा में चुनाव प्रचार के लिए मऊ के पहाड़पुर मैदान में अब्बास अंसारी जनसभा को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने विवादित बयान देते हुए कहा था कि हमारी सरकार आने के बाद अधिकारियों से हिसाब-किताब किया जाएगा.

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उसके बाद अब्बास अंसारी के बयान को लेकर बवाल मच गया था. बयान सामने आने के बाद चुनाव आयोग ने तत्काल एक्शन लेते हुए अब्बास अंसारी के चुनाव प्रचार पर 24 घंटे के लिए रोक लगा दिया था. साथ ही अब्बास अंसारी के खिलाफ केस दर्ज कर जांच की जा रही थी. जांच में कोर्ट ने अब्बास अंसारी को दोषी पाया है. कोर्ट ने अब्बास अंसारी को 2 साल की सजा सुनाई, जिससे उनकी विधायकी चली गई. मऊ विधानसभा सीट को आधिकारिक रूप से रिक्त घोषित कर दी गई है. जिस पर उपचुनाव कराया जाएगा.