लखनऊ. सांसद इकरा हसन ने एडीएम पर अभ्रदता करने के आरोप लगाए हैं. सासंद का आरोप है कि वे छुटमलपुर नगर पंचायत की अध्यक्षा शमा परवीन के साथ विभिन्न समस्याओं को लेकर एडीएम से मिलने पहुंची तो दोनों को कार्यालय से बाहर निकलने की बात कही गई. हालांकि, एडीएम ने आरोपों को खारिज करते हुए निराधार बताया है. मामला बढ़ता देख मंडलायुक्त ने जिलाधिकारी को जांच के आदेश दिए हैं. वहीं इस मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव का बड़ा बयान सामने आया है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि ये मुद्दा गर्माने वाला है.
इसे भी पढ़ें- ‘पापा मैं आत्महत्या करने जा रहा’… VIDEO कॉल करके बेटे ने पिता से कही ये बात, फिर पुलिस ने ऐसे बचाई जान…
बता दें कि सासंद इकरा हसन के आरोप को लेकर अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, जो सांसद का सम्मान नहीं करते हैं, वो जनता का क्या करेंगे? दरअसल, कैराना सांसद इकरा हसन का आरोप है कि वे 1 जुलाई को छुटमलपुर की विभिन्न समस्याओं को लेकर छुटमलपुर नगर पंचायत की अध्यक्षा शमा परवीन के साथ एडीएम संतोष बहादुर सिंह के पास पहुंची थी. इस दौरान एडीएम के लंच पर जाने की बात कहकर पत्राचार के द्वारा समस्या देने की बात कही गई. वहीं लंच के बाद 3 इकरा हसन जब नगर पंचायत अध्यक्ष एडीएम के कार्यालय में पुहंंची और एडीएम से मिलीं तो अफसर ने बुरा बर्ताव करते हुए उन्हें कार्यालय से बाहर निकलने कहा. इतना ही नहीं यह भी कहा कि उनका कार्यालय है, अपने मन से जो चाहे वह करने के लिए स्वतंत्र हैं. जिसके बाद सासंद ने एडीएम की शिकायत कर जांच की मांग की, जिस पर मंडलायुक्त ने जिलाधिकारी को जांच के आदेश दिए हैं.
इसे भी पढ़ें- ‘यमराज’ भी गच्चा खा गए..! ऑटो चालक को आया हार्टअटैक, फिर ‘देवदूत’ बनकर मौत के मुंह से खींच लाए पुलिस वाले…
वहीं मामले को लेकर एडीएम संतोष बहादुर सिंह का कहना है कि 1 जुलाई को सांसद इकरा हसन मिलने आई थीं, लेकिन उस समय वे मीटिंग में व्यस्त थे. सांसद को सम्मानपूर्वक बैठाया गया था और उनके साथ कोई गलत व्यवहार नहीं हुआ. सांसद द्वारा लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक