लखनऊ. सपा चुनाव प्रकिया पर गड़बड़ी और वोट चोरी का आरोप लगाकर भाजपा और चुनाव आयोग पर लगातार हमलावर है. एक बार भी अखिलेश यादव ने भाजपा पर करारा हमला बोला है. अखिलेश यादव ने कहा, भाजपा ने PDA समाज का वोट कटवाकर या कुछ समय के लिए हटवाकर वोट का हक छीना था, अब पीडीए समाज ने ठान लिया है कि वो भाजपा को हमेशा के लिए ही हटा देगा.

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आगे अखिलेश यादव ने कहा, हक का गणित : 18000-14 = 17986. चुनाव आयोग से लेकर जिलाधिकारी तक और सीओ से लेकर लेखपाल तक सब जुगाड़ करने के बाद भी ‘भाजपा-चुनाव आयोग-ज़िलाधिकारी की तिकड़ी’ अभी तक, हमारे द्वारा दिये गये 18000 एफिडेविट में से सिर्फ़ 14 शपथपत्रों के बारे में ही, वो भी ‘आधी-अधूरी-निराधार’ सफाई दे पाई है. 18000 हलफनामों में से 14 को कम भी कर दें तो भी 17986 का हिसाब बाकी है. यही है हक का गणित. न चलेगी हकमारी, न मतमारी. इस बार PDA सरकार हमारी.

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सपा ने दिए हैं 18 हजार हलफनामे

अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा था, डीएम लोगों से जनता का एक मासूम सवाल है, क्यों इतने सालों बाद आया जवाब है? जिस तरह कासगंज, बाराबंकी, जौनपुर के DM हमारे 18000 शपथपत्रों के बारे में अचानक अति सक्रिय हो गए हैं, उसने एक बात तो साबित कर दी है कि जो चुनाव आयोग कह रहा था कि ‘एफ़िडेविट की बात गलत है’ मतलब एफिडेविट नहीं मिले, उनकी वो बात झूठी निकली. अगर कोई एफिडेविट मिला ही नहीं, तो ये जिलाधिकारी लोग जवाब किस बात का दे रहे हैं. अब सतही जवाब देकर खानापूर्ति करेन वाले इन जिलाधिकारियों की संलिप्तता की भी जांच होनी चाहिए. कोर्ट संज्ञान ले, चुनाव आयोग या डीएम में से कोई एक तो गलत है ही ना?