लखनऊ. अयोध्या में दीपोत्सव का अद्भुत दृश्य देखने को मिला था. जहां 26 लाख से अधिक दीए जलाकर विश्व रिकार्ड बनाया गया. अब देव दीवाली पर ऐसा ही नजारा काशी में देखने को मिलने वाला है. काशी में देव दीवाली पर गंगा के घाटों पर 25 लाख दीए जलाने की योजना है. साथ ही लेजर शो का भी आयोजन किया जाएगा, जिसे देखकर आगंतुक मंत्रमुग्ध हो जाएंगे.

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पर्यटन व संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि विभाग का प्रयास है कि ”देवों की दिवाली” में वाराणसी आने वाले हर आगंतुक को यादगार बनाया जाए. विभाग द्वारा 3 से 5 नवंबर तक चेत सिंह घाट और गंगा द्वार पर अत्याधुनिक थ्रीजी प्रोजेक्शन मैपिंग व लेजर शो का आयोजन किया जाएगा. इसमें गंगा, काशी, भगवान शिव और देव दीपावली की पावन कथा को 25 मिनट के अनुभव में पिरोया जाएगा, जिसमें 17 मिनट की प्रोजेक्शन मैपिंग और 8 मिनट का लेजर शो शामिल होगा.

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मंत्री जयवीर ने आगे बताया, हिंदी में संवाद के माध्यम से इससे संबंधित कहानियां दिखाई और बताई जाएंगी. इस बार देव-दीपावली पर वाराणसी के 84 घाटों पर लगभग 25 लाख दिए जलाए जाएंगे. इसमें 10 लाख दीये राज्य सरकार की ओर से, बाकि दीप घाटों की स्थानीय समितियों द्वारा जलाए जाएंगे. इसी क्रम में लगभग डेढ़ किलोमीटर क्षेत्र में 10 मिनट तक फायर क्रैकर्स शो होगा. यह शो पर्यावरण अनुकूल आतिशबाजी, तकनीक और कंप्यूटर आधारित कोरियोग्राफी के साथ तैयार किया गया है. मंत्री ने बताया कि इस वर्ष देव दीपावली पर काशी में 10 लाख से अधिक श्रद्धालुओं व पर्यटकों के आने की संभावना है. इनकी सुरक्षा, यातायात और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय कर व्यापक तैयारियां की जा रही हैं.

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जयवीर सिंह ने ये भी बताया कि देव दीपावली को लेकर घाटों की साफ-सफाई और सौंदर्यीकरण का काम चल रहा है. 5 नवंबर को होने वाली देव दीपावली से पहले 1 से 4 नवंबर तक गंगा महोत्सव का आयोजन किया जाएगा. इसमें स्थानीय कलाकार संगीत, नृत्य और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से काशी की परंपरा और कला की झलक प्रस्तुत करेंगे. इसका समन्वय संस्कृति विभाग कर रहा है.