लखनऊ. 69000 शिक्षक भर्ती में शामिल आरक्षित वर्ग के अभ्यर्थियों के आंदोलन के दौरान एक अभ्यर्थी को हार्ट अटैक आ गया. जिसके बाद उसके साथियों ने उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कराया. यहां डॉक्टरों ने उस अभ्यर्थी का प्राथमिक उपचार किया. स्थिति में सुधार ना होता देख परिजन और साथी अभ्यर्थी उसे वेलनेस हॉस्पिटल में एडमिट करने के लिए ले गए हैं.
आंदोलन का नेतृत्व कर रहे अमरेंद्र पटेल ने बताया कि सोमवार को सभी अभ्यर्थी 69000 शिक्षक भर्ती के तहत नियुक्ति की मांग और लखनऊ हाई कोर्ट की डबल बेंच के फैसले का पालन करने को लेकर उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के आवास का घेराव किए थे. इसी दौरान एक अभ्यर्थी मोहम्मद इरशाद को अटैक आ गया. उसे सिविल अस्पताल में भर्ती कर गया. लेकिन स्थिति में सुधार नहीं दिखने पर उसे वैलनेस अस्पताल ले जाया गया है.
इसे भी पढ़ें : 69000 शिक्षक भर्ती मामला: डिप्टी सीएम केशव मौर्य के आवास पर धरना प्रदर्शन, पुलिस ने अभ्यर्थियों पर भांजी लाठियां
बता दें कि अपनी मांगो के लेकर अभ्यर्थी धरने पर बैठे हैं. सोमवार को ही अभ्यर्थी डिप्टी सीएम के आवास के बाहर जमकर नारेबाजी कर रहे थे. डिप्टी सीएम के घर के बाहर धरना प्रदर्शन को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है. वहीं खबर है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठियां भी चलाई है.
मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद मचा था बवाल
बता दें कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने दिसंबर 2018 में 69000 सहायक शिक्षकों की भर्ती निकाली थी. भर्ती निकालने के बाद जनवरी 2019 में परीक्षा हुई थी. जिसमें 4.10 लाख से ज्यादा आवेदक शामिल हुए थे. करीब 1.40 लाख परीक्षार्थियों ने परीक्षा पास की थी. एग्जाम के रिजल्ट सामने आने के बाद मेरिट लिस्ट जारी की गई थी, जिसके बाद विवाद शुरू हो गया था. आरोप है कि चयन में आरक्षण के नियमों का पालन नहीं किया गया. इसे लेकर कोर्ट में मामला दायर किया गया था.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक