लखनऊ. भारतीय एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला सहित चारों एस्ट्रोनॉट इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पहुंच चुके हैं. शुभांशु शुक्ला अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष केंद्र पर पहुंचने वाले दूसरे भारतीय बन गए हैं. पहली बार राकेश शर्मा ने अंतरिक्ष में चहलकदमी की थी. इन सबके बीच सीएम योगी ने शुभांशु के माता-पिता से अपने आवास पर मुलाकात कर शुभांशु की सफलता के लिए शुभकामनाएं दीं.

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हमारे परिवार के लिए बहुत खुशी का पल

ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला के पिता शंभू दयाल शुक्ला ने कहा, “बहुत अच्छा लग रहा है, बहुत खुशी है. मैं भगवान का धन्यवाद करता हूं और प्रार्थना करता हूं कि उसका मिशन सफल रहे, भगवान उसे आशीर्वाद दें. वहीं शुभांशु की बहन निधि मिश्रा ने कहा कि यह हमारे परिवार के लिए बहुत खुशी का पल है. मैं बहुत गर्व महसूस कर रही हूं. वह सुरक्षित रूप से ऑर्बिट तक पहुंच गए हैं, इसलिए मैं बहुत खुश हूं. वहीं शुभांशु शुक्ला की बहन शुचि मिश्रा ने कहा कि यह बहुत भावुक पल था, मेरे पास शब्द नहीं हैं. हम बहुत खुश हैं कि पहला स्टेज अच्छे से पार हो गया, लेकिन यह बस शुरुआत है, अभी बहुत कुछ बाकी है.

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अंतिरक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय

अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा और भारतीय एजेंसी इसरो के बीच हुए एग्रीमेंट के तहत भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला को इस मिशन के लिए चुना गया है. शुभांशु इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर जाने वाले पहले और स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय हैं. इससे 41 साल पहले राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत यूनियन के स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष यात्रा की थी.

शुभांशु का ये अनुभव भारत के गगनयान मिशन में काम आएगा. ये भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन है, जिसका उद्देश्य भारतीय गगनयात्रियों को पृथ्वी की निचली कक्षा में भेजना और सुरक्षित रूप से वापस लाना है. इसके 2027 में लॉन्च होने की संभावना है. भारत में एस्ट्रोनॉट को गगनयात्री कहा जाता है. इसी तरह रूस में कॉस्मोनॉट और चीन में ताइकोनॉट कहते हैं.