लखनऊ. बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की आधी तस्वीर काटकर अखिलेश यादव की तस्वीर लगाने के मामले अनुसूचित जाति जनजाति आयोग ने संज्ञान लिया है. आयोग ने पुलिस आयुक्त को पत्र लिखकर FIR दर्ज करने की मांग की है. आरोप है कि पोस्टर में बाबा साहेब अंबेडकर के चित्र को खंडित किया गया है, जिसमें बाबा साहेब अंबेडकर का चित्र आधा और अखिलेश यादव का चित्र आधा लगाया गया है.
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बता दें कि समाजवादी पार्टी कार्यालय के बाहर लगे पोस्टर में बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की आधी तस्वीर काटकर अखिलेश यादव की तस्वीर लगाई गई थी. इस पोस्टर को लोहिया वाहिनी के नेताओं ने लगवाया था. जिसके बाद भाजपा और सपा ने बाबा साहेब का अपमान करने का आरोप लगाते हुए हमला बोला था. अब अध्यक्ष बैजनाथ रावत ने संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की मांग की है.
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पोस्टर को लेकर किसने क्या कहा?
पोस्टर को लेकर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा, “यह बाबा साहब का अपमान है, सपा की दूषित मानसिकता उजागर हुई है”. उन्होंने चेताया कि “देश की जनता इसे कभी माफ नहीं करेगी.” वहीं मंत्री असीम अरुण ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “होर्डिंग में खुद को बाबा साहब के बराबर दिखाना सपा की दूषित मानसिकता और अनुयायियों की आस्था पर कुठारा घात है.”
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वहीं मायावती ने भी तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “आतंकी हमले और बाबा साहब के नाम पर राजनीति नहीं, एकता की ज़रूरत है.” साथ ही सपा-कांग्रेस को चेतावनी देते हुए कहा कि “BSP सड़कों पर भी उतर सकती है.”
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