विक्रम मिश्र, लखनऊ. संसद में गृहमंत्री अमित शाह ने अंबेडकर को लेकर बयान दिया था. जिसको लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. समाजवादी पार्टी, कांग्रेस के साथ अन्य विपक्षी दल लगातार हमलावर हैं. इन सबके बीच अब बसपा ने भी अमित शाह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.

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बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, देश के दलित वंचित व अन्य उपेक्षितों के आत्मसम्मान व मानवीय हकूक के लिए अतिमानवतावादी और कल्याणकारी संविधान के असली रूप के ग्रन्थ में असली रचयिता बाबा साहेब अंबेडकर भगवान की तरह परमपूजनीय है. उनका अनादर लोगों के दिलों को आहत करता है.
ऐसे महापुरुष को लेकर संसद में इनके द्वारा कहे गए शब्दों से पूरे समाज के लोग उद्वेलित आक्रोशित और आंदोलित हैं. अम्बेडकरवादी बसपा ने भाजपा से ये बयान वापस लेने व पश्चाताप की मांग की है, जिस पर अभी तक अमल नहीं किया गया है.

क्या आंदोलन की चेतावनी है

मायावती ने अमित शाह द्वारा बयान वापस नहीं लेने की स्थिति में पूरे देश मे आवाज़ उठाने की बात बसपा द्वारा की गई है. जिसके लिए बसपा 24 दिसंबर 2024 को देशव्यापी आंदोलन करने का फैसला लिया है. जिस दिन देश के सभी जिला मुख्यालयों पर शांति पूर्वक धरना प्रदर्शन किया जाएगा.

बसपा के निशाने पर सपा कांग्रेस और भाजपा
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि सपा कांग्रेस और भाजपा अगर बाबा साहब का सम्मान नहीं कर सकती तो कम से कम इनका अनादर तो न करें. साथ ही उन्होंने एससी-एसटी और ओबीसी वर्ग के लोगों के लिए अंबेडकर को मसीह बताया है.