लखनऊ. BSP ऑफिस में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक चल रही बैठक खत्म हो गई है. मायावती ने अपने भतीजे आकाश आनंद को तगड़ा झटका दिया है. मायावती ने आकाश आनंद को सभी पदों से हटा दिया है. आकाश आनंद बसपा में अब किसी पद पर नहीं रहेंगे. मायावती ने आकाश आनंद की जगह अपने भाई आनंद कुमार को नेशनल कोऑर्डिनेटर की जिम्मेदारी सौंपी है.

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बता दें कि बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने ष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में विभिन्न स्तर पर पार्टी संगठन के कार्यकलापों और तैयारियों, कैडर के आधार पर जनाधार को सर्वसमाज में बढ़ाने के अलावा पार्टी को हर स्तर पर मजबूत बनाने के लिए दिए गए पिछले दिशा-निर्देशों की राज्यवार गहन समीक्षा की.

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इस दौरान मायावती ने कहा, देश के समक्ष अपार महंगाई, गरीबी, बेरोज़गारी, पिछड़ेपन, आदि के विवश जीवन सम्बंधी ज्वलन्त समस्याओं के प्रति सरकारी उदासीनता और हाल ही में सम्पन्न प्रयागराज महाकुंभ के सम्बंध में विभिन्न स्तर पर अव्यवस्था और उसमें लोगों के हताहत होने की आमचर्चाओं आदि का संज्ञान लेते हुए प्रदेश के व्यापक हित तथा आमजनहित और कल्याण के लिए केन्द्र व यूपी की सरकार से अपनी कथनी और करनी में अन्तर को कम करना जरूरी है. महाकुंभ अगर अव्यवस्था, हादसा और हताहत मुक्त होकर सरकारी दावे के अनुसार होता तो यह बेहतर होता.

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साथ ही यह भी कहा कि केन्द्र और यूपी के भी बजट के दौरान किए गए सरकारी दावे जमीनी हकीकत में ज्यादातर हवाहवाई लगते हैं. इसी कारण करोड़ों गरीबों, दलितों, आदिवासियों, पिछड़े वर्गों एवं अन्य मेहनतकश लोगों के जीवन में अपेक्षित सुधार नहीं हुआ है, बल्कि अपार महंगाई, बेरोजगारी व सरकार के अधिकतर धन्नासेठ समर्थक एवं जनविरोधी कार्यकलापों से लोगों की बदहाली बढ़ी है. इनकी आमदनी अठन्नी किन्तु खर्चा रुपया होने से बचत व परिवार की देखरेख, शिक्षा व स्वास्थ्य का काफी बुरा हाल है, यह सब अति चिन्ताजनक है. वास्तव में सरकार इतनी ज्यादा “दूरदर्शी” हो गई है कि उसे देश के सवा सौ करोड़ लोगों द्वारा रोजी-रोटी, स्कूल, अस्पताल, सड़क व जीएसटी कर के बोझ आदि से बदहाल स्थिति की वर्तमान ज्वलन्त समस्यायें नज़र ही नहीं आ रही है. सरकार की नीयत और नीति में सुधार जरूरी है.