लखनऊ. उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश में कक्षा 8 तक संचालित हो रहे पांच हजार से ज्यादा सरकारी स्कूलों का विलय करने की तैयारी में है. इस संबंध में बीते दिनों बेसिक शिक्षा के अपर सचिव ने आदेश जारी किया है, जिसके सार्वजनिक होते ही प्रदेश भर में इसका विरोध शुरू हो गया है. इसी मुद्दे को लेकर सपा नेता रामगोपाल यादव ने योगी सरकार पर करारा हमला बोला है. उन्होंने सरकार के इस फैसले को जनविरोधी करार दिया है.
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सपा नेता रामगोपाल यादव ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, उत्तर प्रदेश सरकार का 50 छात्रों से कम संख्या वाले प्राथमिक विद्यालयों को बंद करने का जन विरोधी निर्णय निंदनीय है. ये सरकार गरीब परिवारों के बच्चों को शिक्षा से वंचित करना चाहती है. अध्यापकों की नई नियुक्तियों से किनारा करके बेरोज़गारी को और बढ़ाने का काम कर रही है.
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आगे रामगोपाल यादव ने कहा, दलित, मज़दूर गरीब लोग अपने बच्चों को न दूर भेज सकते हैं और न महंगे निजी स्कूलों में पढ़ा सकते हैं. निजी प्राइमरी स्कूलों को बड़े पैमाने पर मान्यता देने के पीछे भी उत्तर प्रदेश सरकार की यही कुत्सित मानसिकता है. कार्यरत अध्यापकों के उत्पीड़न की आशंका है. सरकार को इस काले आदेश को जन हित में तुरंत वापस लेना चाहिए.
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