विक्रम मिश्र, लखनऊ. नगर निगम लखनऊ के हाल अब राम ही बता पाएंगे. नए साहब के आने के बाद भी लखनऊ की सफाई व्यवस्था भगवान भरोसे ही है. नगर निगम लखनऊ में सफाई महकमें में बड़ी हलचल है. यूं तो नगर के स्वास्थ्य अधिकारी ज़ूम मीटिंग के माध्यम में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रहे, लेकिन साहब बिना फील्ड में गए ही बैठे-बैठे नाले की सफाई देखते हैं. क्षेत्र की साफ-सफाई ज़ूम पर ही देख कर संतुष्ट हो जाते हैं.
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बता दें कि नगर निगम के सफाई कर्मचारी परेशान हैं कि अब कुछ ही दिन में मानसून आ जाएगा और फिर साफ सफाई नहीं होने की स्थिति में जलजमाव होने पर इन्हीं कर्मचारियों पर ही गाज भी गिरेगी. अगर कर्मचारी सफाई में जुटा हुआ है तो अब साहब की ज़ूम मीटिंग में कैसे जुड़े? मीटिंग न करने वालों को कारण बताओ नोटिस जारी होने की जानकारी मिलने पर कर्मचारियों में रोष है. ज़ूम ऐप का मोह डॉक्टर प्रवीण श्रीवास्तव (नगर स्वास्थ्य अधिकारी, लखनऊ नगर निगम) को ऐसा है कि वो बिना फील्ड पर जाए सब चकाचक रखना चाहते हैं.
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अब इस ज़ूम मीटिंग में स्वास्थ्य विभाग के अंतर्गत सभी अधिकारी-जोनल सेनेटरी अधिकारी मुख्य खाद्य एवं निरीक्षक अधिकारी जूम मीटिंग के अंतर्गत होने वाली अनुचित एवं पक्षपात का व्यवहार होने का आरोप लगा रहे हैं. सबका कहना है कि साहब तो सुबह ज़ूम खोलकर बैठ जाते हैं. बाकी सबको घंटों ऐप पर जोड़े रखते हैं, अब बताएंं काम क्या करें. मीटिंग या साफ-सफाई की देखरेख?
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