लखनऊ. सपा का डेलीगेशन आज यानी शनिवार को बरेली पहुंचकर पीड़ित परिवार के लोगों से मिलने वाला था. सपा नेताओं के निकलने से पहले ही पुलिस प्रशासन ने कई नेताओं को हाउस अरेस्ट कर लिया. जिला मजिस्ट्रेट ने पत्र लिखकर पुलिस प्रशासन से कहा कि बिना अनुमति किसी भी जनप्रतिनिधि को बरेली न जाने दिया जाए. ऐसे में पुलिस ने नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांंडेय को हाउस अरेस्ट कर लिया. वहीं सांसद जियाउर्रहमान बर्क के बाहर भी भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर रोक लिया गया. साथ ही कई नेताओं को रास्ते में ही रोका गया.

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बता दें कि बरेली में 26 सितम्बर 2025 को जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समाज के लोग समस्याओं को लेकर जिलाधिकारी को ज्ञापन देने जा रहे थे. इस दौरान बवाल हुआ तो पुलिस और पीएसी ने लाठीचार्ज किया था, जिसमें बहुत से लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. ऐसे में सपा का प्रतिनिधिमण्डल पीड़ित परिवारों से मिलकर उनकी समस्याओं के निदान के लिए बरेली डीआईजी और कमिश्नर से मिलकर बात करने जा रहा था, लेकिन मोहिबुल्लाह नदवी, इकरा हसन और हरेंद्र सिंह मलिक को पुलिस ने दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर गाजीपुर सीमा पर रोक दिया. इनके अलावा सपा के सभी डेलीगेशन को रोका गया है.

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कैसे हुआ था बवाल

मौलाना तौकीर रजा ने मुस्लिमों से शहर के इस्लामिया ग्राउंड में प्रदर्शन करने की अपील की थी. जुमे की नमाज खत्म होते ही भीड़ अचानक सड़क पर उतर आई थी. फिर जबरन ग्राउंड में जाने की जिद पर अड़ गई थी. पुलिस ने पहले उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन वे नहीं माने. देखते ही देखते भीड़ ने धार्मिक नारे लगाते हुए तोड़फोड़ शुरू कर दी. छतों से पत्थर फेंके और मामला सुलझने के बजाया और ज्यादा बिगड़ गया था. हालात बिगड़ने पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया और सीओ सिटी ने टियर गैस का गोला छोड़ा. उपद्रव की यह घटना कोतवाली थाना क्षेत्र के बिहारीपुर रोड पर हुई.