लखनऊ. कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के बेटे अभिषेक को बिना आधिकारिक पद प्रोटोकॉल देने का मामला सामने आया था. मामला तूल पकड़ने के बाद सीएम योगी के ऑफिस से लेकर दिल्ली में बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने भी इस पर नाराजगी जाहिर की थी. उसके बाद निजी सचिव को हटा दिया गया. अब बेटे को प्रोटोकॉल देने को लेकर मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने सफाई पेश की है.
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मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा, इस विषय में ज्यादा चर्चा नहीं की जानी चाहिए. 8 वर्षों में कभी ऐसी हरकत नहीं हुई. यह भाजपा है, अलग पार्टी है. यह वंशवाद, जातिवाद और परिवारवाद से ऊपर उठकर पार्टी है. ऐसी हरकत पहली बार हुई, जिसे देखा गया. ये चीज नहीं होनी थी. यह परिवार की पार्टी थोड़ी न है.
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सूत्रों के मुताबिक, सरकार और संगठन के शीर्ष लोगों ने स्वतंत्र देव को निजी सचिव आनंद शर्मा को हटाने की सलाह दी थी. जिसके बाद स्वतंत्र देव ने आनंद शर्मा को हटाने के निर्देश दिए. इसके बाद ये कार्रवाई की गई. आनंद शर्मा सचिवालय में सेवा रैंक के अधिकारी थे. दरअसल, मंत्री के बेटे को सरकारी प्रोटोकॉल दिया गया था. इसके लिए मंत्री के निजी सचिव आनंद कुमार ने बाकायदा जालौन डीएम और एसपी को पत्र लिखा था. इसमें कहा गया कि अभिषेक सिंह के आने-जाने की पूरी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
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