चर्चित मधुमिता हत्याकांड (madhumita murder case) के शूटर प्रकाश पांडेय की शुक्रवार को मौत हो गई. पूर्व मंत्री और मामले में आरोपी अमरमणि त्रिपाठी के साथ ही प्रकाश पांडेय को आजीवन कारावास की सजा हुई थी.

गुरुवार को लखनऊ के एक हॉस्पिटल में लिवर कैंसर से जूझ रहे प्रकाश पांडेय की इलाज के दौरान मौत हो गई. रात में गोरखपुर के राजघाट में अंतिम संस्कार हुआ. बता दें कि 9 मई 2003 में लखनऊ में मधुमिता शुक्ला की हत्या हुई थी. शाहपुर इलाके में प्रकाश पांडेय का घर है.

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बता दें कि करीब 20 साल पहले राजधानी की पेपरमिल कॉलोनी में रहने वाली कवियत्री मधुमिता शुक्ला की हत्या के मामले में CBI ने जांच की थी. CBI ने अपनी जांच में अमरमणि और मधुमणि को दोषी करार देते हुए कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल किया था. बाद में इस मामले का मुकदमा देहरादून स्थानांतरित कर दिया गया था. दोनों जेल में बीते 20 साल एक महीने और 19 दिन से थे. जेल में बिताई गई सजा की अवधि और अच्छे जेल आचरण के दृष्टिगत बाकी बची हुई सजा को माफ कर दिया गया है.