विक्रम मिश्र, लखनऊ. उत्तर प्रदेश के बहराइच ज़िले में हुई घटना को लेकर हर तरफ निंदा हो रही है, जबकि सरकार को यहां पर शांति व्यवस्था बहाल करने के लिए एड़ी चोटी का जोर तक लगाना पड़ गया है. ऐसे में राजनीति भी होना लाजमी है. कल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय के साथ कांग्रेस का प्रतिनिधि मंडल बहराइच के महसी गांव गया था. उसके बाद समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने भी बहराइच कांड पर सरकार को घेरा था. बसपा प्रमुख मायावती ने भी बहराइच बवाल को लेकर सरकार पर निशाना साधा है.
मायावती ने सोशल एकाउंट X पर पोस्ट लिखते हुए कहा, यूपी के बहराइच जिले में कानून-व्यवस्था की स्थिति का खराब होकर काबू से बाहर हो जाना चिन्ताजनक. ऐसे हालात के लिए शासन-प्रशासन की नीयत व नीति पक्षपाती नहीं, बल्कि पूरी तरह से कानूनवादी होना चाहिए, ताकि सम्बंधित मामला गंभीर न होकर यहां शान्ति व्यवस्था की स्थिति बनी रहे.
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आगे मायावती ने कहा, साथ ही त्योहार कोई भी व किसी मजहब का हो, शान्ति व्यवस्था सरकार की पहली जिम्मेदारी है. ऐसे अवसर पर विशेष प्रबंध जरूरी. यदि ऐसी जिम्मेदारी निभाई गयी होती तो बहराइच की घटना कभी भी घटित नहीं होती. सरकार हर हाल में अमन-चैन व लोगों के जान-माल व मजहब की सुरक्षा सुनिश्चित करे.
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