लखनऊ. विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में धड़ाधड़ इस्तीफा एक्सप्रेस चल रही है. पल-पल में मंत्री और विधायक BJP से इस्तीफा दे रहे हैं. भाजपा को एक के बाद एक जबरदस्त झटके लगातार लगते ही जा रहे हैं. मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य, मंत्री दारा सिंह मंत्री और धर्म सिंह सैनी के बाद आज फिर तीन विधायकों ने इस्तीफा दे दिया है. भाजपा विधायक विनय शाक्य के बाद अब लखीमपुर खीरी से पांच बार के भाजपा विधायक बाला प्रसाद अवस्थी ने इस्तीफा दे दिया.

भाजपा विधायक बाला प्रसाद अवस्थी समाजवादी पार्टी कार्यालय पहुंचे हैं. पार्टी जॉइन करने के लिए मनोज पांडेय के साथ समाजवादी पार्टी कार्यालय पहुंचे हैं. रायबरेली के ऊंचाहार से विधायक नेता मनोज पांडे चुनावों से प्रदेश की सबसे मजबूत पार्टी भाजपा को जरूरी ही किसी की काली नजर लग गई है, जो पार्टी में इस्तीफों का सिलसिला बंद होने का नाम ही नहीं ले रहा है. इतनी बड़ी तादात में मंत्रियों और विधायकों का इस्तीफा एकसाथ होना सच में बड़ी बात है. इससे भाजपा पार्टी का नाम चुनावों से तुरंत पहले प्रभावित होेता दिखाई दे रहा है. यूपी की सियासत में इन इस्तीफों में जबरदस्त हलचल मचा के रख दी है.

योगी सरकार में ब्राम्हणों की उपेक्षा के आरोप के चलते आज धौरहरा के पार्टी विधायक बाला प्रसाद अवस्थी ने इस्तीफा दे दिया. इससे पहले बिल्सी से ब्राम्हण विधायक राधा कृष्ण शर्मा भी भाजपा छोड़ चुके हैं. बाला प्रसाद अवस्थी पांच बार विधायक रह चुके हैं. धौरहरा विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक बाला प्रसाद अवस्थी किसान रहे हैं और छात्र राजनीति से शुरुआत करके वह विधायक बनते रहे हैं.