उमंग अग्रवाल, कानपुर देहात. भारत निर्वाचन आयोग ने पांच राज्यों में होने वाले 2022 विधानसभा चुनाव का ऐलान कर दिया है. जिसके बाद से आदर्श आचार संहिता 2022 विधानसभा चुनाव होने वाले सभी 5 राज्यों में लागू हो गई हैं. जिसको देखते हुए अब प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है और आदर्श आचार संहिता के अनुपालन को लेकर हर संभव प्रयास और कोशिश शुरू कर दी हैं. जिसके चलते प्रशासन ने राजनीतिक दलों के नेताओं की लगी होर्डिंग्स और पोस्टरों को युद्ध स्तर पर हटाने का काम तेजी से शुरू कर दिया है.

कुछ ऐसा ही नजारा जनपद कानपुर देहात में भी देखने को मिल रहा है. जहां पर विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद आदर्श आचार संहिता लागू होने और जिला निर्वाचन अधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह की सख्ती के चलते आज से ही प्रशासन ने युद्ध स्तर पर राजनीतिक दलों की सार्वजनिक स्थानों में लगी होर्डिंग्स और पोस्टरों को हटाने का काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है. कानपुर देहात में प्रशासन के अधिकारी व कर्मचारी चुनाव की घोषणा होते ही और जिला निर्वाचन अधिकारी जीतेंद्र प्रताप सिंह के निर्देश पर अपने लाव लश्कर के साथ सड़कों पर उतर गए और आदर्श आचार संहिता के अनुपालन को लेकर होर्डिंग्स और पोस्टरों को हटाने का काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया.

कानपुर देहात के अकबरपुर और सिकंदरा क्षेत्र सहित जिले में भी ऐसा नजारा देखने को मिला. जहां पर प्रशासनिक अधिकारियों की निगरानी पर नगर पंचायत और प्रशासन के कर्मचारी और अधिकारी अपने लाव लश्कर के साथ पहुंचे और मुख्य चौराहों से लेकर कस्बों तक में लगी राजनीतिक दलों की होर्डिंग्स और पोस्टर में हटाने का काम युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया. कर्मचारी हाथों में लग्घी लेकर पोस्टर और होर्डिंग को हटाते हुए वाहनों में लादते दिखाई दिए. जो साफ तौर पर सूबे में आदर्श आचार संहिता का शंखनाथ था. इस शंखनाथ के बाद अब जहां राजनीतिक दलों से संबंधित सभी होल्डिंग और पोस्टरों को सार्वजनिक स्थानों से हटा दिया जाएगा. जिसका आगाज आज से ही हो गया है. प्रशासन ने सार्वजनिक स्थानों से जल्दी पूरी तरीके से होर्डिंग्स और पोस्टर हटाने और वॉल पेंटिंग को साफ करने का दावा भी किया है.