विक्रम मिश्र, लखनऊ। फर्रुखाबाद से सांसद मुकेश राजपूत ने इलाज के बाद अपने संसदीय क्षेत्र लौटने के बाद विपक्ष पर हमलावर रहे। उन्होंने कहा कि शाही परिवार(राहुल, सोनिया) ने हमेशा दलितों का उत्पीड़न किया है। उनके शासन में दलितों के लिए चलाए जाने वाले कार्यक्रम में हमेशा फंड की कमी रहती थी। जबकि जो फंड होते भी थे तो वो दलितों के उत्थान के लिए कम शाही परिवारों की आवभगत में खर्च हो जाते थे। मैं भाजपा का एक कार्यकर्ता हुं जिसको सांसद बनाया गया है। क्या कांग्रेस में ऐसा कोई रिवाज है?

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कांग्रेस के लिए पॉकेट बुक है संविधान

मुकेश राजपूत ने संसद में हुई धक्का मुक्की पर जानकारी देते हुए कहा कि कॉरिडोर में मैं और प्रताप सारंगी खड़े थे तभी राहुल गांधी आये और सबको धक्का देकर चले गए। जिसमे मुझे और प्रताप सारंगी को ज़्यादा चोट आई थी। उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी और उनका परिवार साथ मे कांग्रेस के अन्य बड़े नेता संविधान को जेब मे लेकर घूमते है। उनके लिए पॉकेट बुक की तरह है भारत का हमारा संविधान।

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अखिलेश यादव को दी चुनौती

सांसद मुकेश राजपूत ने राहुल गांधी के साथ-साथ सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बयान का करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि सपा का जनाधार खत्म हो चुका है। लोकसभा चुनाव में सपा के जो सांसद 5 हजार से कम वोटों जीते है। उन्हें मैं चुनौती देता हूं वो इस्तीफा दे और फिर से चुनाव लड़कर देखें। उनका सारा भ्रम दूर हो जाएगा। भाजपा सांसद ने आगे कहा कि अखिलेश अपनी मां का दूध पिये है तो खुद इस्तीफा दे। इस दौरान उन्होंने सपा प्रत्याशी रहे डॉक्टर नवल किशोर का चिकित्सीय प्रमाण पत्र जब्त करने की मांग की।