मुजफ्फरनगर. मुजफ्फरनगर का एमआरआई केंद्र पुलिस के रडार पर है. एमआरआई केंद्र के खिलाफ एक महिला ने शिकायत दर्ज कराई है कि उसने पहले ही अपना अंडाशय (ओवरी) हटवा दिया था, लेकिन हाल ही में एक एमआरआई रिपोर्ट ने उसकी ओवरी को बिना सूजन के ठीक बताया गया है.

मुजफ्फरनगर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने कहा कि हम जिले भर में अनधिकृत एमआरआई केंद्रों को सत्यापित करने के लिए एक जांच अभियान शुरू करने जा रहे हैं. यह एक गंभीर मुद्दा है क्योंकि एमआरआई केंद्र ने गलत रिपोर्ट जारी की है. मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं. रिपोर्ट से हैरान महिला और उसके पति ने यह दावा करते हुए पुलिस से संपर्क किया कि शहर की एक प्रसिद्ध पैथोलॉजी लैब मरीजों के साथ धोखाधड़ी कर रही है.

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पीड़िता ने कहा कि मैंने कुछ साल पहले अपना अंडाशय निकाल दिए था. फिर, वह कैसे ठीक हो सकता हैं?, लेकिन एमआरआई रिपोर्ट में इसे ठीक दिखाया गया हैं. यह धोखाधड़ी है. महिला ने यह भी आरोप लगाया कि जब उसने रिपोर्ट का विरोध किया, तो पथ लैब के कर्मचारियों ने उसके साथ दुर्व्यवहार किया. सिविल लाइंस पुलिस ने अब मामले की जांच शुरू कर दी है. अंचल अधिकारी शहर कुलदीप सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि हमें एक शिकायत मिली है और जांच जारी है. जांच के अनुसार कार्रवाई की जाएगी.

मुजफ्फरनगर में एक हिंदी दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार और पीड़िता के पति गुलजार मिर्जा के अनुसार, जब मैंने रिपोर्ट के बारे में शिकायत की, तो कर्मचारियों ने फिर से एमआरआई कराने की पेशकश की, लेकिन मैंने मना कर दिया. जब मैंने बहस को शूट करने की कोशिश की तो मेरे मोबाइल फोन को स्टाफ ने छीन लिया और मुझे धक्का देकर घसीटा. उन्होंने मेरी पत्नी के साथ भी दुर्व्यवहार किया.