कासगंज। सपा नेता आजम खान और इरफान सोलंकी के बाद अब मुख्तार अंसारी का बेटा उमर अंसारी जेल से रिहा हो गया है। उमर अंसारी अपनी मां आफ्शा अंसारी की संपत्ति पर फर्जी हस्ताक्षर कर हड़पने के मामले में कासगंज जेल में बंद था। सात बजकर चार मिनट पर उमर अंसारी 39 दिन बाद जेल से बाहर आया।
21 अगस्त को खारिज हो गई थी याचिका
बीते 21 अगस्त को मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी की जमानत याचिका खारिज की गई थी। एडीजे प्रथम की अदालत ने उमर अंसारी की जमानत अर्जी खारिज की थी। उमर अंसारी पर कोर्ट में पेश कागजातों में फर्जी हस्ताक्षर बनाने का आरोप है। उसने मां आफ्शा अंसारी का फर्जी हस्ताक्षर किया है। इस मामले में उसे गाजीपुर जेल में बंद किया गया था। जिसके बाद उसे कासगंज जेल में शिफ्ट किया गया था।
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क्या है पूरा मामला
बता दें कि उमर अंसारी पर धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज तैयार करने का केस मुहम्मदाबाद थाने में दर्ज है। आफ्शा अंसारी पहले से ही फरार चल रही हैं, जिन पर 50 हजार रुपये का इनाम (Umar Ansari Arrested) घोषित है और ईडी ने लुकआउट नोटिस भी जारी किया है। अन्य जनपद की पुलिस भी उसकी तलाश कर रही है।
पुलिस ने बताया था कि याचिका में किए गए हस्ताक्षरों की जांच के बाद यह स्पष्ट हो गया था कि ये हस्ताक्षर फर्जी हैं। सर्विलांस टीम को जानकारी हुई कि उमर दारुल शफा में छिपे हुए है। जिसके बाद इंस्पेक्टर हजरतगंज (Umar Ansari Arrested) विक्रम सिंह की ने अपनी टीम की मदद से आरोपी को अरेस्ट कर लिया था।
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