उन्नाव. नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने कानपुर के रानिया इलाके में हजारों टन क्रोमियम कचरे के निपटान के लिए उन्नाव जिले के अकरमपुर चक्रमपुर स्थित एक रासायनिक कारखाने पर 19.85 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है. राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने फर्म के पांच भागीदारों को इस आशय का नोटिस जारी किया है.

एनजीटी ने कानपुर देहात के रानिया में औद्योगिक कचरे के फेंके जाने की जांच के बाद कार्रवाई की है. एनजीटी में दायर एक याचिका में आरोप लगाया गया है कि फर्म ने अपने निपटान के निर्धारित मानकों के खिलाफ क्रोमियम कचरे का निपटान किया था. राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी राधेश्याम के अनुसार एनजीटी द्वारा मौके पर जांच के लिए गठित समिति ने कानपुर देहात के रानिया में क्रोमियम कचरे के निस्तारण में घोर लापरवाही पाई.

एनजीटी ने तब फर्म के खिलाफ 19,85 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को फर्म के पांच भागीदारों से राशि वसूलने का निर्देश दिया. बोर्ड ने कहा कि एनजीटी के आदेश की प्रतियां फर्म के भागीदारों को भेज दी गई हैं. समिति ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि फर्म ने रानिया में लगभग 4,411.684 मीट्रिक टन क्रोमियम कचरा डंप किया था जिसके बाद एनजीटी ने पर्यावरणीय नुकसान की गणना की और उसके अनुसार जुर्माना लगाया.

2019 में, एनजीटी ने क्रोमियम कचरा डंप करने के आरोप में कानपुर देहात के रानिया अकबरपुर में खान चंद्रपुर के छह रासायनिक कारखानों के खिलाफ 280 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया था. क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी जेपी मौर्य ने कहा कि चूंकि फैक्ट्री मालिकों ने जुर्माने के खिलाफ अपील की है, इसलिए अब तक जुर्माना वसूल नहीं किया जा सका है.