विक्रम मिश्र, लखनऊ। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संविधान दिवस की शुभकामनाएं दी। इसके बाद उन्होंने संविधान दिवस का उत्सव मनाने को लेकर भाजपा सरकार पर जमकर निशाना साधा। अखिलेश यादव ने कहा कि सम्भल जल रहा है, लोग उग्र और आंदोलित हैं. मस्जिद का सर्वे अगर करवाना ही था तो दोनों पक्षों को लेकर बात करते और फिर सर्वे कराते, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।

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सपा सांसद को भाजपा फंसा रही है

अखिलेश यादव ने आगे कहा कि समाजवादी पार्टी के सांसद और विधायक को भाजपा फंसा रही है। जबकि सर्वे करने गए टीम के पीछे भाजपा के लोग नारेबाजी कर रहे थे, उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई, ऐसा क्यों किया जा रहा है? यूपी सरकार संविधान की बजाय मनविधान से चल रही है। हमारे सांसद, विधायक और नेता आज सम्भल जाने के लिए तैयार हैं, लेकिन पुलिस उन्हें अनुमति नहीं दे रही है। मैं खुद अगर सम्भल जाने के लिए बोलूं तो गेट बंद कर देंगे।

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संविधान दिवस पर सरकार को चेताया

वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि देश का संविधान कोई दिखावे की चीज नहीं है, बल्कि इसको दिल से अंगीकार करने की आवश्यकता है। बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि संविधान लागू हुए आज 75 वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन देश के प्रमुख सियासी दल कांग्रेस और भाजपा ने संविधान की असली जन कल्याणकारी मंशा के हिसाब से लागू नहीं किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि बाबा साहेब को सच्ची श्रद्धांजलि तभी मिलेगी, जब उपेक्षित और शोषित समाज के लोगों को आरक्षण देकर बराबरी में लाया जाए। बसपा सुप्रीमो ने संविधान के अनुरूप व्यवहार करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।