आगरा. एक 42 वर्षीय कैंसर रोगी के कथित अपहरणकर्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है. हालांकि अभी तक कैंसर रोगी लापता है. अपहृत मरीज वीरेंद्र कुमार को एस.एन. मेडिकल कॉलेज में 12 दिसंबर को रेडियोथेरेपी के लिए बुलाया गया था और यहां से कथित तौर पर उन्हें अगवा कर लिया गया था. वह अस्पताल के पास एक सरकारी आश्रय गृह में रहता था.

वीरेंद्र कुमार ने 12 दिसंबर की शाम अपने बेटे से बात की और उसके बाद उसका फोन स्विच ऑफ हो गया. अगले दिन, उसके बेटे अनुज को उसके पिता की रिहाई के लिए 5 लाख रुपए की फिरौती का फोन आया. पुलिस ने सीसीटीवी के माध्यम से एक हरिओम को गिरफ्तार किया है. हरिओम ने दावा किया कि पीड़ित ने खुद अपहरण की योजना बनाई थी और उसे फिरौती के लिए कॉल करने को कहा था. हालांकि वह यह नहीं बता सका कि बीमार व्यक्ति कहां है. अनुज की शिकायत के बाद, आगरा पुलिस ने शनिवार को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया, जिसने कथित तौर पर फिरौती की कॉल की थी.

ए.के. अवस्थी, एम.एम. गेट पुलिस स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) ने कहा कि हरिओम नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. उसने फिरौती के लिए कॉल करने की बात कबूल की, लेकिन वीरेंद्र के ठिकाने के बारे में कोई जानकारी साझा नहीं की. सिंचाई विभाग में मोटर संचालक हरिओम ने वीरेंद्र से एसएनएमसी में मुलाकात की थी. दोनों एक साथ शेल्टर होम में रुके थे. प्राथमिक पूछताछ के दौरान, उसने दावा किया कि वीरेंद्र अपहरण की योजना में शामिल था और उसने उससे फिरौती मांगने के लिए कहा था. अदालत ने शनिवार को हरिओम को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.