लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यूपी मॉडल देश दुनिया सहित अन्य राज्यों पर भारी दिखाई दे रहा है. 25 करोड़ की आबादी वाले यूपी में महज 768 एक्टिव केस हैं. राज्य के अस्पतालों में महज 260 लोग भर्ती है. 508 लोग होम आइसोलेशन में हैं.

यूपी में जितने कुल एक्टिव केस, उससे कई गुना ज्यादा रोज दूसरे देशों और राज्यों में कोरोना मरीज मिल रहे हैं. पिछले 24 घंटे में केरल में 22,129, महाराष्ट्र में 6,258, मिजोरम में 1845, तमिलनाडु में 1767, ओडिशा में 1,629, आंध्र प्रदेश में 1540 और असम में 1436 नए केस आए. यूएस और यूरोप में कोरोना के नए मामले तेजी से बढ़ोतरी हो रही है, जबकि यूएस की आबादी महज 32 करोड़ है और दुनिया का सबसे ताकतवर और सुविधा संपन्न राज्य है. अमेरिका में कोरोना के नए मामलों का सात दिनों का औसत 57,126 है. सुविधा संपन्न होने के बावजूद पूर्वोत्तर के कई राज्यों में हालात अब भी नियंत्रण में नहीं है.

यूपी में राष्ट्रीय औसत से ज्यादा 98.6 फीसदी रिकवरी दर हो गया है. पॉजिटिविटी दर 0.02 फीसदी है. यूपी सिर्फ 89 नए केस मिले है. जबकि 116 लोग डिस्चार्ज हुए. यूपी टेस्ट और टीका में देश में अव्वल है. प्रदेश में रोजाना नाम मात्र के केसेस आ रहे हैं, फिर भी जांचों में कमी नहीं है. देश में छह करोड़ 47 लाख से अधिक नमूनों की जांच करने वाला इकलौता राज्य यूपी है. यूपी टीके के चार करोड़ 57 लाख से अधिक डोज लगाने वाला पहला राज्य है.

यूपी में 27 जुलाई को एक दिन में लोगों को चार लाख 62 हजार से ज्यादा डोज टीके के लगे. 76 फीसदी से अधिक हेल्थ केयर वर्कर और 62 फीसदी से अधिक फ्रंट लाइन वर्कर को टीके के दोनों डोज लगे. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अग्रेसिव रणनीति से कोरोना काबू में है. यूपी मॉडल का ट्रेस, टेस्ट, ट्रीट के साथ आंशिक कोरोना कर्फ्यू और सर्वाधिक टीकाकरण हिट हो गया है. यूपी में अग्रेसिव टेस्टिंग, माइक्रो कंटेनमेंट जोन, गांवों में निगरानी समितियों के माइक्रो मैनेजमेंट और ट्रीटमेंट से कोरोना नियंत्रित है.