Operation Bhediya. यूपी के बहराइच जिले की महसी तहसील में 50 गांवों के हजारों लोग भेड़ियों के हमलों से दहशत में हैं. 17 जुलाई से लेकर अब तक 9 बच्चों सहित 10 लोग आदमखोर भेड़िए के हमले में जान गंवा चुके हैं. 50 से अधिक घायल हो चुके हैं.
अब आदमखोर भेड़िए को पकड़ने के लिए वन विभाग ने जगह-जगह पिंजड़े लगाए हैं, खेतों में जाल बिछाया है, ड्रोन से निगरानी की जा रही है, लेकिन भेड़िया है कि पकड़ में ही नहीं आ रहा है. वहीं अब वन विभाग पिंजड़ों के पास साउंड सिस्टम लगा रहा है. इस साउंड सिस्टम में मादा भेड़िए के चीखने और रोने की प्री रिकॉर्डेड आवाज को बजाया जा रहा है.
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वन विभाग को उम्मीद है कि आदमखोर भेड़िया मादा भेड़िए की चीख और रोने की आवाज सुनकर आकर्षित ट्रैप हो जाएगा. इससे पहले वन विभाग की टीम ने भेड़िए को पकड़ने के लिए हाथी की लीद, बच्चों के यूरिन से भीगे टेडी डॉल्स, पटाखों के साथ-साथ थर्मल ड्रोन का उपयोग कर चुका है.
बजाई जाएगी मादा भेड़िए की आवाज
बहराइच DFO अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि इस बार हम आदमखोर भेड़िए को दबोचने के लिए एक नया प्रयोग कर रहे हैं. मादा भेड़िए के रोने-चीखने की प्री रिकॉर्डेड आवाजें हम लाउडस्पीकर पर बजा रहे हैं. लाउडस्पीकर की आवाज न बहुत तेज न ही बहुत धीमी रखी जा रही है. सिर्फ इतनी ही रख रहे हैं कि वो असली मादा भेड़िए की आवाज जैसी लगे.
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संभव है कि अपनी बिछड़ी हुई मादा भेड़िए से मिलती-जुलती आवाज से आकर्षित होकर आमदखोर भेड़िया हमारे लगाए जाल के नजदीक आए और जाल में फंस जाए. आदमखोर भेड़िए की मौजूदगी वाले इलाके में इस तरह पटाखे जलाए जा रहे हैं कि भेड़ियों को रिहायशी इलाकों से दूर ले जाकर योजना के अनुसार बनाए रास्ते पर ले जाने को मजबूर किया जा सके.
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डीएफओ अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि महसी तहसील के सिसैया चूरामनी गांव में मंगलवार सुबह करीब 4-5 बजे भेड़िए ने हमला कर एक पालतू बकरी को मार डाला था. लोगों ने भेड़िए को देखा, टीमें लगी थीं, घेराबंदी की गई, लेकिन इस दौरान वहां आसपास के सैकड़ों लोग पहुंच गए और भेड़िया भाग निकला.
अब तक 10 लोगों ने गवाई जान
डीएफओ अजीत प्रताप सिंह ने बताया कि बकरी के शरीर पर पाए गए घाव भेड़िए द्वारा किए गए हमले जैसे दिख रहे हैं. उन्होंने बताया कि करीब 20-25 किलोमीटर क्षेत्र में भेड़ियों का आतंक है. बहराइच के महसी तहसील अंतर्गत घाघरा नदी के कछार में स्थित 50 गांवों के हजारों नागरिक भेड़ियों के हमलों से दहशत में हैं. 17 जुलाई से 9 बच्चों सहित 10 लोगों की भेड़ियों के हमलों में मौत हो चुकी है, जबकि करीब तीन दर्जन लोग भेड़िए या अन्य जानवरों के हमलों से घायल हुए हैं.
वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इलाके में तैनात
बता दें कि वन विभाग के 165 लोग, 18 शार्प शूटर, सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मी और पीएसी के जवान, राजस्व और अन्य विभागों के कर्मी, गांव वासियों की टीमें दिन रात मुस्तैद रहकर भेड़ियों को पकड़ने के अभियान में जुटी हैं. वन विभाग के वरिष्ठ अधिकारी इलाके में तैनात हैं.
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