यूपी के आउटसोर्स कर्मचारियों के खुशखबरी सामने आई है. अब उनकी नौकरी नहीं जाएगी, बल्कि सरकार खुद आउटसोर्स से भर्ती करेगी. इसके अलावा उन्हें पीएफ जैसी सुविधाएं भी मिलेंगी. कैसे होगी नियुक्ति और क्या होगी सैलरी, आइए जानते हैं…
नियुक्ति प्रक्रिया
आउटसोर्स के लिए ऑनलाइन एप्लीकेशन भी लिए जाएंगे. ग्रुप-B और C से जुड़े पदों के लिए लिखित परीक्षा होगी. साथ ही इंटरव्यू भी होगा. लेकिन कुछ ग्रुप C और D के सभी पदों पर सीधी भर्ती की जाएगी. आउटसोर्स कर्मचारी भर्ती होने के बाद काम करते रहेंगे. उसने 1-1 साल का कांट्रैक्ट भी साइन कराया जाएगा. ध्यान रहे अगर किसी कर्मचारी के खिलाफ कोई भी क्रिमिनल केस दर्ज होता है या ऑफिस में सेवा नियमावली के खिलाफ कोई काम किया. दुराचारण या रिश्वत जैसी कोई शिकायत मिली तो उन्हें हटा दिया जाएगा.
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क्या होगी सैलरी
कर्मचारियों की न्यूनतम मानदेय 16 हजार रुपये होगा. साथ ही पीएफ की सुविधा भी दी जाएगी. सरकार जल्द ही आउटसोर्स कर्मचारी भर्ती कॉर्पोरेशन (निगम) बनाने जा रही है. जिस पर सामान्य प्रशासन विभाग ने काम शुरू कर दिया है. निगम की ओर से 12 मार्च को नियुक्ति और कार्मिक विभाग समेत बड़े विभागों से निगम के गठन, कर्मचारियों की सेवा शर्तों और वेतन भत्तों के साथ सुविधाओं को लेकर सुझाव मांगे हैं.
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मिलेगा प्रमोशन ?
बता दें कि आउटसोर्स कर्मचारी की सेवा में प्रमोशन का कोई प्रावधान नहीं होगा. सरकार उनके मानदेय और भत्तों को समय-समय पर बढ़ाती रहेगी. उनके मानदेय से पीएफ की कटौती होगी. पीएफ के साथ ही उनका स्वास्थ्य बीमा, जीवन बीमा भी होगा.
दरअसल, आउटसोर्स कंपनियों का कुछ खास वजहों से बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है. जिनमें चार बेहद अहम हैं. आउटसोर्स कंपनियां चलाने वालों में ब्यूरोक्रेट्स और नेताओं के परिवारजन, रिश्तेदार और दोस्त बड़ी संख्या में हैं.
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