लखनऊ। राजधानी लखनऊ के एक निजी अस्पताल से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां, रामफेर नाम के मजदूर का पैर दुर्घटना में जख्मी हो गया था। मजदूर के इलाज में घोर लापरवाही बरती गई और तीन बार उसका पैर काटकर दो लाख रुपये वसूल लिए। फिर भी मजदूर को राहत नहीं मिली तो डॉक्टरों ने गंभीर हालत में उसे अस्पताल से बाहर निकाल दिया।
सड़क हादसे में हुआ था घायल
पीड़ित परिजन सुंदरलाल ने आरोप लगाया कि डॉक्टरों ने न केवल गलत इलाज किया, बल्कि बार-बार ऑपरेशन कर आर्थिक शोषण भी किया। पीड़ित ने बताया कि रामफेर 21 जून को रामफेर सड़क किनारे बिजली के खंभे से टकराकर घायल हो गया। उसे आनन फानन में अस्पताल रेफर किया गया। जहां, डॉक्टरों ने बायां पैर और हाथ टूटने की बात कहकर डेढ़ लाख इलाज के नाम पर ले लिए। फिर उसका बायां पैर काट दिया।
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पीड़ित रामफेर के भाई ने पुलिस में अस्पताल और डॉक्टरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। साथ ही CMO को जांच के लिए पत्र भेजा गया है। यह मामला स्वास्थ्य व्यवस्था की क्रूर सच्चाई उजागर करता है। जहां न इलाज मिला, न इंसाफ, सिर्फ वसूली और लापरवाही।
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