लखनऊ. चिनहट में मंगलवार रात एक धार्मिक आयोजन में पथराव की घटना सामने आई है. पथराव में भगवान गणेश की प्रतिमा खंडित हो गई. जिसके बाद इलाके में तनाव का माहौल है. घटना को लेकर हिंदू संगठनों ने विरोध प्रदर्शन किया. बवाल के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और कुछ युवकों को हिरासत में लिया.

जानकारी के मुताबिक छोटी मस्जिद के पास पुराने डाक घर के पीछे गंगा विहार कॉलोनी में मंगलवार रात लोगों ने जमकर बवाल काटा. इलाके के प्रदीप चौरसिया और पत्नी किरन चौरसिया ने पुलिस को बताया कि 7 सितम्बर को उन्होंने गणेश चतुर्थी के अवसर पर घर में गणेश जी की प्रतिमा स्थापित की थी. मंगलवार रात को 8 बजे के बाद करीब गेट खुला था और उस वक्त घर पर वो (प्रदीप चौरसिया) नहीं थे. पत्नी किरन चौरसिया, बेटी संध्या और छोटे भाई की बेटी माही घर पर ही थी. इसी दौरान 20-25 की संख्या में विशेष समुदाय के युवक नारेबाजी करते हुए घर के बाहर पहुंचे और अचानक घर पर पथराव शुरू कर दिया. किरन ने बताया कि उन्होंने डर कर खुद को और बेटी को कमरे में बंद कर अपनी जान बचाई. पति प्रदीप चौरसिया को फोन कर घटना की जानकारी दी. इस बीच प्रदीप चौसिया के पहुंचने से पहले ही आरोपी वहां से भाग निकले.

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पीड़ित प्रदीप और पत्नी किरन का कहना है कि इस घटना से प्रतिमा खंडित हो गई. कलश टूट गया है. घटना से आक्रोशित हिंदू समुदाय के सैकड़ों लोग बाजार बंद कर थाने पहुंचे और विशेष समुदाय के लोगों पर सख्त कार्रवाई के लिए चिनहट कोतवाली का घेराव किया. इस दौरान नारेबाजी भी की गई. घटना की सूचना पर एसीपी, डीसीपी और एडिशनल डीसीपी समेत 2 थानों की पुलिस भी मौके पर पहुंची. प्रदीप के मुताबिक इस घटना को अंजाम देने वाले घर के पास ही रहने वाले विशेष समुदाय के लोग हैं. मामले को लेकर डीसीपी शशांक सिंह ने कहा कि इस घटना में पीड़ित परिवार ने एफआईआर दर्ज कराई है. धार्मिक आयोजन में खलल देने की बात सामने आई है. जल्द ही कार्रवाई की जाएगी. फिलहाल मौके पर पुलिसबल की तैनाती कर दी गई है. स्थिति नियंत्रण में है.

फिलहाल सवाल ये है कि गणेशोत्सव का समय चल रहा है, ऐसे में शहर में पुख्ता इंतजाम होने चाहिए. पुलिस प्रशासन को सतर्क रहना चाहिए. कुछ लोग घर पर पथराव कर देते हैं और पुलिस कुछ नहीं कर पाती है. जब एक साथ इतनी संख्या में लोग इकट्ठा हुए तो भला पुलिस कहां थी? विशेष समुदाय के लोगों ने इस घटना को कैसे अंजाम दे दिया ये पुलिस की व्यवस्था पर सवालिया निशान है.