विक्रम मिश्र, लखनऊ। आस्था के महाकुंभ को लेकर तैयारियां जोरों पर है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद इसकी कमान संभाले हुए है। जबकि इस बार होने वाला महाकुंभ भी कई मायनों में खास है। इसमें पहली बार अक्षयवट कॉरिडोर को दर्शाया गया है। इसके लोकार्पण के लिए देश के प्रधानमंत्री खुद ही धर्मनगरी प्रयागराज आएंगे।

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अक्षयवट के पौराणिक महत्व को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन वर्ष पहले ही इसे जनमानस को समर्पित करने का निर्देश दिया था। महाकुंभ में अक्षयवट कॉरिडोर योजना की महत्वपूर्ण स्थिति का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि पहली बार सरकार ने महाकुंभ के लोगो में दर्शाया है। महत्वाकांक्षी अक्षयवट कॉरिडोर सौंदर्यीकरण योजना का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री ने कार्य को जल्दी सम्पन्न करने के निर्देश दिए है। जबकि महाकुंभ से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उद्घाटन कर जनता को समर्पित करेंगे। 

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पीएम मोदी 10 से 15 दिसंबर के बीच प्रयागराज आ सकते हैं। जिसके बाद अक्षयवट को लोकार्पित कर इसे श्रद्धालुओं और आमजन के लिए खोला जाएगा। अक्षयवट के पौराणिक महत्व को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीन वर्ष पहले इसे आमजन के लिए खोलने का निर्देश दिया था। मान्यता ये है कि अक्षयवट वृक्ष के पास कामकूप नाम का तालाब था। उस दौरान मोक्ष की प्राप्ति के लिए लोग वृक्ष पर चढ़कर तालाब में छलांग लगा देते थे।