बाराबंकी. हाईवे पर हुई फर्जी लूट कांड की घटना का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. शिकायतकर्ता और उसके साथी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लगभग 75 लाख रुपए और कार बरामद की है.

बाराबंकी में एक व्यक्ति ने अपने साथ हाई-वे पर लूट की झूठी घटना की शिकायत पुलिस से की थी. उसने जेवरात हड़पने के इरादे से पूरा घटनाक्रम रचा था. बुधवार को पुलिस ने पूरे मामले का खुलासा किया है. जिसमें शिकायतकर्ता ही अपराधी निकला है.

बीती 12 जनवरी को हुई थी लूट

बीती 12 जनवरी को समीर खान नाम के व्यक्ति ने नगर कोतवाली पुलिस को सूचना दी कि लखनऊ अयोध्या हाई-वे पर मजीठा वाले बोर्ड के पास में अज्ञात लोगों ने उसका जेवरात से भरा बैग और लाखों रुपए लूट लिए हैं. नगर कोतवाली पुलिस ने मुकदमा पंजीकृत कर लिया था. बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक अनुराग वत्स के निर्देश पर घटना का तत्काल अनावरण करने के लिए पुलिस की 3 टीमों का गठन किया गया. पुलिस पूरी तत्परता के साथ घटना के जल्द खुलासे के लिए साक्ष्य जुटाने में जुट गई. जांच-पड़ताल के बाद पुलिस ने इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए समीर खान और उसके साथी रायबरेली निवासी अजीत यादव को गिरफ्तार किया है.

पुलिस ने दोनों अभियुक्तों के कब्जे से 1 किलो 416 ग्राम सोना बरामद किया. जिसकी कीमत लगभग 70 लाख रुपए बताई जा रही है. पुलिस ने पांच लाख 17 हजार रुपए और घटना में प्रयुक्त कार को बरामद कर लिया है.

जेवर हड़पने के लिए रची थी साजिश

पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि हाईवे पर हुई लूट की घटना पूरी तरह से झूठी है. अमित सोनी और कारीगर मोनिरुल इस्लाम के सोने के जेवरात हड़पने के लिए अपने साथी कारीगर अजीत यादव के साथ मिलकर उसने लूट की योजना बनाई थी. ये जेवरात लेकर लखनऊ से फैजाबाद गया और वहां से वापस आते समय उन्होंने इस लूट की झूठी घटना का प्लान बनाया. पुलिस को सूचना दी. फिलहाल बाराबंकी की नगर कोतवाली पुलिस ने इस झूठी हाईवे की लूट कांड की घटना का खुलासा किया है. दोनों अभियुक्तों के विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जा रही है.