प्रतापगढ़. कुंडा से विधायक और जनसत्ता लोकतांत्रिक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया की पत्नी भानवी सिंह सुर्खियों में हैं. भानवी सिंह ने राजा भैया के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए पीएमओ में लिखित में शिकायत की थी भानवी सिंह का आरोप था कि राजा भैया के पास प्रतिबंधित विदेशी हथियारों का जखीरा है, जो विनाशकारी है. जिसे पीएमओ ने गृह मंत्रालय को ट्रांसफर दिया था और गृहमंत्रालय ने जांच करके रिपोर्ट सौंपने के आदेश दिए थे. अब भानवी सिंह ने एक लंबा चौड़ा पोस्ट कर हथियार के जखीरों की फोटो शेयर की है.

भानवी सिंह ने एक्स पर पोस्ट कर कहा, यह शायद पहली बार होगा कि बेहद खतरनाक किस्म के अवैध हथियार का पूरा जखीरा किसी व्यक्ति के पास होने की जानकारी सबूत सहित देने के बावजूद संबंधित व्यक्तियों को सबूत मिटाने, तथ्यों से छेड़छाड़ करने और शिकायतकर्ता की सुरक्षा को ही जोखिम में डालने का पूरा अवसर दिया जा रहा है.

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आगे उन्होंने कहा, यह इसलिए लिख रही हूं, क्योंकि जब से मेरी शिकायत पीएमओ और गृहमंत्रालय से प्रक्रिया के तहत और संदर्भ सहित जांच के लिए प्रमुख सचिव, गृह विभाग, उत्तर प्रदेश शासन को भेजी गई तब से सिलसिलेवार तरीके से मुख्य अपराध से ध्यान बंटाने, तरह-तरह के हथकंडे अपनाकर सहानुभूति अर्जित करने और मेरे चरित्र हनन के लिए पानी की तरह पैसा बहाने का सिलसिला शुरू हो गया है.

भानवी सिंह ने फोटो शेयर कर कहा, आशिका सिंह के साथ एक कथित अवैध अस्त्र को दर्शाता है. साथ ही यह भी दर्शाता है कि आशिका सिंह को शस्त्रों से कितना गहरा लगाव है. आपकी जानकारी और प्रस्तुत किए गए दस्तावेज़ों के अनुसार, इस मामले में दुबई से जुड़े यशोधन शेट्टी के विरुद्ध एक शिकायत दुबई पुलिस को प्रस्तुत की गई थी और वह वहां दर्ज भी हो चुकी है. आरोपों और शामिल नामों की विस्तृत सूची संबंधित जांच एजेंसियों को सौंपी जा चुकी है और मामले की नियमित कानूनी जांच वहां जारी है. मेरे न्याय के हित में कुछ जरूरी सवाल हैं. इतनी बड़ी मात्रा में खतरनाक किस्म के अवैध हथियार एकत्र करने की पुख्ता सबूत सहित जानकारी देने पर भी जांच एजेंसियां हाथ पर हाथ धरकर क्यों बैठी हैं? क्या इस तरह के weapon रखने की अनुमति किसी को है? क्या यह संगीन और गंभीर अपराध नहीं है? ⁠क्या इस तरह के हथियार रखने वाले व्यक्ति से लोगों की सुरक्षा को खतरा नहीं है?

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आगे उन्होंने कहा, ⁠यह भी ध्यान देने योग्य बात है जिस व्यक्ति पर यह आरोप है उनका ऑडियो भी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है, जिसमे उन्होंने गोली चलाने की बात स्वीकार करने के साथ ही यह भी धमकी दी है कि फिर से गोली चला देंगे.
इतने संगीन अपराध की जानकारी देने के बाद मुझे उम्मीद थी कि सुरक्षा एजेंसियां मुझे सुरक्षा प्रदान करेंगी और न्याय के हित में लोगों की सुरक्षा का ख्याल करते हुए ऐसे संगीन अपराध की तत्परता से जांच करेंगी. लेकिन क्या यहां अपराध से ज्यादा व्यक्ति महत्वपूर्ण है?

⁠आगे भानवी सिंह ने कहा, वह व्यक्ति जिसके पास राजनीतिक दल का कवच है. अपने दल में लोगों को पद देकर, कार्यकर्ताओं को भड़काकर मेरे खिलाफ माहौल बना रहा है, जिससे मेरी और मेरी बेटियों की सुरक्षा को गंभीर खतरा पैदा हो गया है. कुछ लोग मेरे घर छोड़ने की बात कर रहे हैं. मैं यही कहना चाहती हूं मेरा कोई एक ऑडियो है क्या, जिसमें मैंने किसी को गोली मारने की धमकी दी हो? लेकिन अभी इसका भी कोई संबंध उस अपराध से नहीं है, जिसके सबूत मैंने दिए हैं. केवल जानकारी के लिये साझा कर रही हूं, ताकि लोग गुमराह न हों. मैंने स्वेच्छा से घर नहीं छोड़ा था, बल्कि अवध रिश्तों के ख़िलाफ़ सच बोलने और प्रतिरोध करने के कारण मुझे गोली फिर से चलाने की धमकी दी गई और हमें घर से बाहर निकाला गया. वजह केवल एक ही थी, जो अब कई तस्वीरों से साफ तौर पर उजागर हो चुकी है.

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आगे यह भी कहा कि आज जिनसे ट्वीट कराया जा रहा है उनकी मजबूरी समझती हूं. कोई सड़क पर नहीं आना चाहता, इसलिए उनसे मुझे कोई शिकवा नहीं. लेकिन फिर दोहरा रही हूं, यहां रिश्तों की बात नहीं है. अपराध में शामिल लोग ध्यान भटका रहे हैं. मामला एक ही है वह है ‘अवैध हथियारों’ का जखीरा और इसमें शामिल पूरा अपराधी तंत्र जो समाज के लिए खतरा है, इसकी जांच कब होगी? अवैध हथियारों का जखीरा कहां से आया, क्या इसका किसी आपराधिक गिरोह से संबंध है?

भानवी सिंह ने कहा, मेरे पास अवैध हथियारों के ठोस इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य हैं, जिन्हें मैंने संबंधित जांच एजेंसियों को सौंप दिया है, अतः अनुरोध है कि इन साक्ष्यों का वैज्ञानिक तरीके से मिलान कराते हुए त्वरित फॉरेंसिक जांच कराई जाए. ⁠मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच सीबीआई को सौंपी जाये ताकी लोगों की सुरक्षा से खिलवाड़ न हो. नवरात्रि का पावन अवसर है मुझे उम्मीद है न्याय, सत्य और बेटियों की पुकार को माननीय प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृहमंत्री और माननीय उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री सुनेंगे. मेरे पास राजनीतिक दल नहीं है. मैं निजी स्वार्थ के लिए नेताओं कार्यकर्ताओं का उपयोग नहीं कर सकती, लेकिन मेरे पास सत्य की शक्ति है. इस देश में एक निष्पक्ष जांच संभव है या नहीं यह संस्थाओं, कानून और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को तय करना है. मेरी और मेरी बेटियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए.