प्रयागराज. महाकुंभ मेला क्षेत्र में आग लगने के बाद योगी सरकार श्रद्धालुओं और कल्पवासियों की सुरक्षा को लेकर सख्त रुख अपनाया है. आगे इस तरह की कोई घटना न घटे, इसलिए खाद्य एवं रसद विभाग ने एक विशेष बैठक की. इस बैठक में विभाग के अधिकारी, गैस कंपनियों के प्रतिनिधि और अग्निशमन विभाग के अधिकारी शामिल हुए. जहां गैस रिसाव से होने वाली घटना को लेकर चर्चा की गई और सख्त दिशा निर्देश जारी किए.
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बता दें कि बैठक में तय किया गया कि घरेलू गैस का दुरुपयोग और अनाधिकृत सिलेण्डरों की बिक्री पाए जाने पर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होगी. मेला क्षेत्र में उपयोग किए जाने वाले एलपीजी सिलेंडरों की जांच अनिवार्य होगी. उपभोक्ताओं के गैस सिलेंडर, पाइप और रेगुलेटर की मानक अनुसार जांच की जाएगी. मेला क्षेत्र में अधिकतम 100 किग्रा तक ही गैस भंडारण की अनुमति होगी. हर गैस आपूर्ति वाहन का पूरा विवरण विभागीय कार्यालय में उपलब्ध कराया जाएगा.
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दरअसल, बीते दिन महाकुंभ के सेक्टर-19 कैंप में श्रद्धालु अपने टेंट में खाना बना रहे थे. इसी दौरान सिलंडेर ब्लास्ट हुआ और आग लग गई थी. देखते ही देखते आग फैलती गई थी. आग लगने से 2 दर्जन से अधिक टेंट जलकर खाक हो गए थे. आग की लपटें 5 किलोमीटर दूर तक उठती दिखाई दी थी. आग शास्त्री पुल और लोहे पुल के पास लगी थी. घटना के बाद इलाके को खाली कर दिया गया था. गनीमत ये रही कि हादसे में कोई जनहानि नहीं हुई थे. आग की लपटें और धुएं के गुबार कई किलोमीटर दूर तक दिखाई दी थी.
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