प्रयागराज. Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 को दिव्य और भव्य बनाने के लिए व्यापक तैयारियां की गई हैं. इस बार आयोजन में डिजिटल तकनीकों और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का अभूतपूर्व उपयोग हो रहा है. श्रद्धालुओं की गतिविधियों को ट्रैक करने के लिए रिस्ट बैंड दिया जाएगा, जो RFID तकनीक से जुड़ा होगा. खोने पर इसे आसानी से खोजा जा सकेगा. साथ ही डिजिटल तकनीकों ने लोगों को मिनटों में मदद भी मिल सकेगी.
महाकुंभ में करीब 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है और इसे सुगम बनाने के लिए 7000 करोड़ रुपये का बजट तय किया गया है. 4000 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले मेले में 1,50,000 टेंट लगाए गए हैं. पहली बार आने वाले श्रद्धालुओं की गिनती भी डिजिटल माध्यम से की जाएगी. सरकार की ये तकनीकी महाकुंभ को इतिहास का सबसे बड़ा और व्यवस्थित आयोजन बना रही है.
बता दें कि महाकुंभ का शुभारंभ प्रयागराज में 13 जनवरी से है. महाकुंभ मेला पौष पूर्णिमा से प्रारंभ होकर 26 फरवरी को महाशिवरात्रि तक चलेगा. इस मेले में 6 महत्वपूर्ण स्नान होंगे, जिसमें पौष पूर्णिमा, मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या या माघी अमावस्या, वसंत पंचमी, माघी पूर्णिमा और महाशिवरात्रि शामिल हैं. महाकुंभ का आयोजन हर 12 साल में एक बार होता है, जबकि हर 6 साल पर एक बार अर्द्ध कुंभ मेला लगता है.
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