प्रयागराज. महाकुंभ में सनातन बोर्ड बनाने की मांग उठी है. साथ ही वफ्फ बोर्ड को समाप्त करने की भी आवाज उठाई गई है. इसके लिए 27 जनवरी को सेक्टर 17 में धर्म संसद आयोजित की जाएगी, जिसमें सभी अखाड़ों के प्रतिनिधि हिस्सा लेंगे. धर्म संसद की अध्यक्षता रविंद्र पुरी करेंगे. जिसकी जानकारी पंचायती निरंजनी अखाड़ा ने दी है.

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इससे पहले 12 जनवरी को जगद्गुरु शङ्कराचार्य स्वामि अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती की उपस्थिति में परम धर्म संसद में सनातन संरक्षण परिषद (सनातन बोर्ड) का गठन की घोषणा की जा चुकी है. प्रश्नकाल में धर्मांसदों द्वारा पूछे गए सभी प्रश्नों का उत्तर परमाराध्य ने दिया था. विषय स्थापना सतना मध्यप्रदेश से देवेन्द्र पांडेय ने की थी. धर्मांसद डॉ. मनीष तिवारी कौशांबी ने सनातन संरक्षण परिषद गठित करने का प्रस्ताव रखा था.

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देवेन्द्र पांडेय ने कहा था कि धर्माचार्यों का नियंत्रण धर्मस्थलों में नहीं होने के कारण आज सभी मंदिरों पर सरकार ने कब्जा कर लिया है. संसद सत्र में ही साध्वी पूर्णाम्बा और नरोत्तम पारीक ने साप्ताहिक पत्र जय ज्योतिर्मठ का विमोचन परमाराध्य के कय कमलों से कराया. संजय जैन को गौ प्रतिष्ठा ध्वज स्थापना का संरक्षक बनाया गया. गुजरात में सभी जिलों में गो प्रतिष्ठा ध्वज स्थापना की जिम्मेदारी दी गई. ब्रजेश सती ने कहा कि बदरीश गाय का संरक्षण आवश्यक है. सत्र में 27 धर्मांसदों ने अपने विचार रखे.