प्रयागराज. साधु-संतों ने महाकुंभ में आईं हर्षा रिछारिया की जमकर आलोचना की थी. इतना ही उन्हें सोशल मीडिया पर भी जमकर ट्रोल किया गया. जिसके बाद उनका रोते हुए एक वीडियो भी सामने आया था. जिसके बाद ये माना जा रहा था कि उन्हें महाकुंभ छोड़ना पड़ेगा. लेकिन हर्षा ने अब साफ कर दिया है कि वे महाकुंभ छोड़कर कही नहीं जाने वाली. ये बयान उनका तब सामने आया है, जब अखाड़ा परिषद ने उनका समर्थन किया.

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हर्षा रिछारिया ने कहा उन्हें अखाड़ा परिषद का समर्थन मिला है, जिससे वो काफी खुश हैं. कुछ संतों द्वारा कहे गए शब्दों से वह दुखी और निराश हो गई थी. लेकिन अब वो पूरे महाकुंभ तक प्रयागराज में ही रहेंगी. इस दौरान हर्षा ने ये भी कहा कि सनातन की सेवा करना ही अब मेरा मकसद है.

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हर्षा ने कहा, अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी का समर्थन और आशीर्वाद मिला है. महंत रवींद्र पुरी को पिता तुल्य हैं. हालांकि, हर्षा रिछारिया को लेकर अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने कहा था कि 29 जनवरी को होने वाले मौनी अमावस्या पर शाही रथ पर बिठाया जाएगा और अमृत स्नान भी कराया जाएगा.