लखीमपुर खीरी. देशभर में 10 महीने से अधिक समय से केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों का विरोध हो रहे हैं. दिल्ली की सीमाओं पर किसान भारी संख्या में डटे हुए हैं. किसान नेता विधानसभा चुनाव को देखते हुए पश्चिम बंगाल के तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी जगह-जगह किसान महापंचायत कर रहे हैं. वहीं यूपी के लखीमपुर खीरी में कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों ने उस हेलीपैड पर कब्‍जा जमा लिया जहां थोड़ी देर बाद डिप्‍टी सीएम केशव मौर्या और केंद्रीय राज्‍यमंत्री अजय मिश्र टेनी का हेलीकॉप्‍टर उतरने वाला था. किसानों के इस विरोध के चलते प्रशासनिक अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए.

अधिकारियों ने प्रदर्शन कर रहे किसानों को मनाने की भी तमाम कोशिशें की, लेकिन उन्हें आखिरी तक सफलता नहीं मिल सकी. उनकें हाथों में भारतीय किसान यूनियन के झंडे और काले झंडे भी थे. लखीमपुर खीरी के तिकुनिया स्थित महाराज उग्रसेन इंटर कालेज में यह विरोध प्रदर्शन हुआ है. बता दें कि पिछले 26 सितंबर को भी किसानों ने लखीमपुर खीरी में केंद्रीय राज्यमंत्री अजय मिश्रा को काले झंडे दिखाए थे. केंद्रीय मंत्री वहां एक जनसभा को संबोधित करने जा रहे थे. जनसभा में उन्होंने खुद के विरोध को गलत ठहराते हुए कहा कि किसानों के अगुआ प्रधानमंत्री मोदी का सामना नहीं कर पा रहे हैं.

इसे भी पढ़ें – किसान नेता राकेश टिकैत बोले- बंदूक की ताकत पर यह सरकार देश में राज करना चाहती है

आंदोलन को दस महीने हो चुके हैं. केंद्रीय मंत्री ने काले झंडे दिखाने वालों को सख्‍त चेतावनी दी थी. उन्‍होंने कहा था कि कृषि कानून को लेकर सिर्फ 10-15 लोग शोर मचा रहे हैं. अगर कानून इतना गलत है तो अब तक पूरे देश में आंदोलन शुरू हो जाना चाहिए था.

Read more – 22,842 Infections Logged; Kerala to Re-open Educational Institutions