रविंद्र भारद्वाज, रायबरेली. सरेनी थाना क्षेत्र के मौनी मोहल्ले में हुए बहुचर्चित अतुल तिवारी हत्याकांड ने अब और तूल पकड़ लिया है. रविवार को सैकड़ों महिलाओं और पुरुषों ने सरेनी चौराहे पर इकट्ठा होकर जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों ने सरेनी पुलिस पर हत्याकांड में निर्दोषों को फंसाने और निष्पक्ष जांच न करने का गंभीर आरोप लगाया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने मनोज पांडेय के खिलाफ “मुर्दाबाद” के नारे भी लगाए.

इसे भी पढ़ें- खाक छान रहा योगी सरकार का सिस्टम! मौत बांट रहे झोलाझाप डॉक्टर, जहरीले इंजेक्शन ने ली मासूम की जान, और कितनी मौत का इंतजार है?

बता दें कि प्रदर्शन में पूर्व सरेनी विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह भी मौके पर मौजूद रहे और उन्होंने प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया. मामला तब और गंभीर हो गया, जब पता चला कि हाल ही में जेल भेजे गए एक आरोपी करन प्रजापति के पिता धुनारी प्रजापति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. प्रदर्शनकारियों ने दावा किया कि धुनारी की आत्महत्या पुलिस की गलत कार्रवाई और निर्दोषों को फंसाने के दबाव का परिणाम है.

इसे भी पढ़ें- ‘BJP झूठे आंकड़े फैलाती है’, योगी सरकार पर अखिलेश यादव का करारा हमला, महाकुंभ को लेकर दे डाला बड़ा बयान

पुलिस ने अतुल तिवारी हत्याकांड में अब तक तीन नामजद आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा है. हाल ही में पुलिस ने एक और आरोपी बुउवा उर्फ शैलेश को गिरफ्तार किया था. हालांकि, प्रदर्शनकारी और पीड़ित पक्ष का कहना है कि पुलिस ने मामले में पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया और असली दोषियों को बचाने की कोशिश की जा रही है.

पीड़ित परिवार की मांग

मृतक अतुल तिवारी की बहन और मां ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से निष्पक्ष जांच की गुहार लगाई है. परिवार का आरोप है कि उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं और पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है. मृतक की मां की तबियत बिगड़ने के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. वहीं मामले में नामजद एक आरोपी पुनीत सिंह की मां और बहन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि उनके भाई को रुपये की उगाही के लिए फंसाया गया है. उन्होंने भी मुख्यमंत्री से निष्पक्ष जांच की मांग की है.

इसे भी पढ़ें- ‘मुझे मेरी पत्‍नी से बचा लो’, पति ने पुलिस से लगाई जान बचाने की गुहार, बीवी को लेकर जो बताई जानकर रह जाएंगे दंग

सरेनी थाना पुलिस का कहना है कि मामले की जांच निष्पक्ष तरीके से की जा रही है और सभी सबूतों के आधार पर कार्रवाई हो रही है. हालांकि, प्रदर्शनकारियों और स्थानीय लोगों का पुलिस पर से भरोसा उठता दिख रहा है. यह घटना अब सामाजिक और राजनीतिक रूप ले चुकी है. प्रदर्शनकारियों ने मनोज पांडेय के खिलाफ नारेबाजी कर अपना गुस्सा जाहिर किया, जबकि पूर्व विधायक धीरेंद्र बहादुर सिंह के मौके पर पहुंचने से मामला और गर्म हो गया. सोशल मीडिया पर भी इस मामले को लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं.