रविंद्र भारद्वाज, रायबरेली. उत्तर प्रदेश राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने जनपद भ्रमण के दौरान जिला महिला चिकित्सालय का निरीक्षण किया. महिला वार्डों के निरीक्षण के दौरान इमरजेंसी वार्ड, लेबर रूम तथा अन्य इकाइयों में महिलाओं से सम्पर्क कर चिकित्सा संबंधित सुविधाओं के बारे में जानकारी प्राप्त की. महिलाओं को 40 बेबी किट और मिष्ठान वितरित कर संबंधित अधिकारियों को कन्या सुमंगला योजना का लाभ दिलाए जाने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए. उसके बाद जिला कारागार में पाठशाला, महिला बंदीगृह का निरीक्षण किया और महिला बंदियों से बातचीत कर उनकी समस्याओं को जाना. मां के साथ आवासित बच्चों को चॉकलेट, बिस्किट, टॉफी और महिला बंदियों को कम्बल का वितरण किया.
इसके बाद राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने वन स्टाप सेंटर का निरीक्षण किया. जहां पर सभी कार्मिक रोस्टर के अनुसार उपस्थित मिले और केन्द्र प्रबन्धक से कार्यालय के समस्त अभिलेखों महिलाओं से संबंधित प्राप्त प्रकरणों का अवलोकन तथा महिलाओं से संबंधित प्रकरणों की जानकारी लेकर केन्द्र प्रबंधक को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए. वन स्टाप सेंटर भवन में ही संचालित चाइल्ड हेल्पलाइन कार्यालय का भी निरीक्षण किया. कार्यालय में उपस्थित कार्मिकों से बच्चों से संबंधित प्रकरणों के बारे में जानकारी लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
उपाध्यक्ष द्वारा ग्राम पंचायत हरिदासपुर के आंगनवाड़ी केन्द्र का निरीक्षण किया गया जहां पर 0 से 6 वर्ष तक के बच्चों के शिक्षा, स्वास्थ्य व पोषण के सम्बन्ध में जानकारी ली. आंगनवाड़ी केन्द्र पर आयोग की उपाध्यक्ष द्वारा धात्री महिलाओं की गोदभराई तथा सभी बच्चों को फल वितरण किया. केन्द्र पर उपस्थिति आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए. उसके बाद निरीक्षण भवन में महिला जनसुनवाई की गई, जिसमें 18 प्रकरण प्राप्त हुए. जिसके समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण के लिए सम्बन्धित को निर्देश दिए गए. उपाध्यक्ष ने जिलाधिकारी हर्षिता माथुर और पुलिस अधीक्षक डॉ. यशवीर सिंह व सम्बन्धित अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की.
बैठक में चाइल्ड हेल्प लाइन की व्यवस्था और वन स्टॉप सेंटर को सुचारू रूप से संचालित किए जाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल में कन्या के जन्म होने पर महिलाओं को कन्या सुमंगला योजना की जानकारी प्रदान कराते हुए उनको उक्त योजना का लाभ दिलाया जाए, जिससे कोई भी बालिकाए लाभ से वंचित न रहें. सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के प्रचार प्रसार के लिए विद्यालयों के नोटिस बोर्ड पर पंपलेट चस्पा किए जाए, जिससे बच्चों को योजनाओं की जानकारी हो और वह घर जाकर अपने माता पिता को उन योजनाओं की जानकारी दे और वह उसका लाभ उठा सके.
इतना ही नहीं आयुष्मान कार्ड की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि शत प्रतिशत पात्र लोगों का आयुष्मान कार्ड बनवाया जाए. इसके साथ ही जन जागरूकता के लिए अस्पताल परिसर में पात्रता व कार्ड कैसे और कहा बनवा सकते हैं इसकी जानकारी डिस्प्ले की जाए. उन्होंने कहा कि सीएचसी औऱ पीएचसी में समीक्षा कर यह सुनिश्चित कराया जाए कि चिकित्सक व अन्य स्टाफ अपने ड्यूटी के दौरान उपस्थित रहें, जिससे लोगों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े. बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ नवीन चंद्रा, जिला समाज कल्याण अधिकारी श्रृष्टि अवस्थी, जिला कार्यक्रम अधिकारी विनय कुमार, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी शीवेन्द्र प्रताप सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक संजीव कुमार सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी जयपाल वर्मा, जिला पिछड़ा वर्ग कल्याण अधिकारी मोहन त्रिपाठी, सहायक श्रमायुक्त आरएल स्वर्णकार, बाल संरक्षण अधिकारी वीरेन्द्र पाल महिला थानाध्यक्ष किरन सहित सम्बन्धित अधिकारी उपस्थित रहे.
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