रायबरेली. राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने दिल्ली में संभल हिंसा में मरने वाले लोगों के परिवार से मुलाकात की. इस दौरान पीड़ितों ने अपनी आपबीती साझा की. उसके बाद कांग्रेस के दोनों नेताओं ने पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दिलाया. इतना ही नहीं पीड़ित परिवार को दोनों नेताओं ने अपना नंबर दिया. साथ ही पीड़ित परिवार के सदस्यों का भी नंबर लिया.

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बता दें कि बीते दिन नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा और पार्टी के अन्य नेता संभल हिंसा के पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने गाजीपुर बॉर्डर पर ही रोक दिया था. काफी देर तक हुई बातचीत के बाद भी पुलिस ने नेताओं को संभल जाने की अनुमति नहीं दी थी. जिसके बाद सभी नेता दिल्ली वापस लौट गए.

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राहुल गांधी ने डीसीपी गाजियाबाद से संभल जाने के लिए अनुरोध किया था. राहुल ने अनुरोध किया था कि मुझे अकेले संभल जाने दीजिए. अगर आप नहीं चाहते की मैं अपनी गाड़ी में जाऊं तो आप अपनी गाड़ी में लेकर चलिए.

कैसे भड़की थी हिंसा

संभल जिले की जामा मस्जिद को हिंदू पक्ष द्वारा अदालत में हरिहर मंदिर बताए जाने के बाद कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई करते हुए इसके सर्वे के आदेश दिया था. उसी सर्वे के लिए दिन निकलते ही एकदम सुबह एडवोकेट कमिश्नर की टीम पहुंची थी. टीम के साथ सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता एडवोकेट विष्णु शंकर जैन, डीएम डॉ राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई भी भारी पुलिस बल के साथ जामा मस्जिद पहुंचे थे. सर्वे के दौरान मौके पर भीड़ जमा हो गई थी. इसी बीच मस्जिद के सर्वे के विरोध के दौरान पुलिस और प्रदर्शन करने वालों के बीच टकराव हुआ था. इस दौरान आंसू गैस के गोले, पथराव और गोलबारी की गई. हिंसा में 5 युवकों की मौत हो गई थी. घटना में वहीं SP के पैर में गोली लगी थी. CO संभल सहित करीब एक दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए थे.