हाथरस. कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हाथरस रेप पीड़िता के पिता ने कुछ महीनों पहले एक चिट्ठी लिखी थी. चिट्ठी के जरिए रेप पीड़िता ने अपना दर्द बयां किया था. जिसमें उन्होंने सरकार के अधूरे वादों का भी जिक्र किया था. जिसके बाद गुरुवार को अचानक राहुल गांधी रेप पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए हाथरस पहुंचे. जहांं उन्होंने पीड़ित परिवार से 45 मिनट तक बात की और उनकी समस्या सुनी.
खुले में घूम रहे अपराधी
रेप पीड़िता के पिता ने राहुल गांधी को 2 जुलाई को चिट्ठी लिखी थी. जिसमें उन्होंने अपना दर्द बयां करते हुए बताया था कि हमारा पूरा परिवार कैद वाली जिंदगी जी रहा है. न कोई रोजगार है और न ही कोई रोजगार के लिए बाहर जा पा रहा है. मेरे परिवार के साथ बहुत बड़ा अन्याय हो रहा है. क्योंकि, जो अपराधी थे वे बाहर खुले में घूम रहे हैं और उनके सभी काम भी हो रहे हैं. लेकिन हम पीड़ित होकर भी घर में रहकर 4 साल से जेल की तरह सजा काट रहे हैं.
सीएम योगी का आश्वासन अधूरा
इतना ही नहीं पीड़िता के पिता ने चिट्ठी में ये भी लिखा था कि उच्च न्यायायल ने योगी सरकार को घर और नौकरी देने का आदेश पारित किया था, लेकिन योगी सरकार ने उच्च न्यायायल का आदेश का अब तक पालन नहीं किया है. सीएम योगी ने खुद मेरे परिवार के एक सदस्य को नौकरी और घर देने का लिखित में आश्वासन दिया था, लेकिन अब तक न ही नौकरी दी और न ही घर.
2020 में घटी थी दिल दहला देने वाली वारदात
एक दलित युवती के साथ सितंबर 2020 के महीने में गैंगरेप की वारदात को अंजाम दिया गया था. जिसके बाद पीड़िता को दिल्ली में इलाज के लिए भर्ती कराया गया था. जहां रेप पीड़िता ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया था. उस दौरान भी राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने परिवार से मुलाकात की थी. हाथरस की घटना के बाद पूरे देश में विरोध देखने को मिला था. विरोध के कारण उस समय सरकार ने एसपी और सीओ सहित पांच पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया था. जिसके बाद पूरे मामले की जांच सीबीआई ने की थी. CBI ने 18 दिसंबर 2020 अपनी चार्जशीट पेश की थी, लेकिन पर्याप्त सबूत न होने के कारण आरोपियों को बरी कर दिया गया था.
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